सार
यूपी के कानपुर के बाबूपुरवा में रहने वाले लोगों को बिना पानी दिए ही जलकल विभाग ने 90 हजार का टैक्स भेज दिया है। जिसके बाद लोगों में अधिकारियों के खिलाफ काफी आक्रोश दिखाई दिया।
कानपुर: यूपी में गर्मी अपने चर्म पर है। उसी के साथ बिजली और पानी को लेकर पूरे सूबे में किल्लत बढ़ गई है। इसी के साथ कानपुर दक्षिण के बाबूपुरवा में रहने वाले लोगों की मुसीबत जलकल विभाग के नोटिस ने और बढ़ा दी है। बता दें कि यहां रहने वाले हजारों लोग पेयजल संकट से जूझ रहे हैं। ये परिवार 300 और 400 रुपये प्रतिमाह की दर से पानी खरीदकर पीने को मजबूर हैं. हैरानी की बात ये है कि यहां अभी तक पानी की पाइपलाइन तक नहीं बिछी है. बावजूद इसके यहां के लोगों को जल विभाग ने 90 हजार रुपये तक जलकल और सीवर टैक्स जमा करने का नोटिस भेज दिया है। इससे लोगों में जलकल के अधिकारियों के खिलाफ आक्रोश है।
बिना पानी दिए लोगों को भेजा हजारों का बिल
बाबूपुरवा के नमक वाला हाता की आबादी पांच हजार के करीब है। लेकिन पानी की आपूर्ति के लिए यहां 30 साल बाद भी पाइप लाइन नहीं पड़ी है। नेता और अधिकारीयों से कई बार गुहार लगाई गई। लेकिन कोई भी सुनने को तैयार नही है। इसके बाद यहां रहने वाले कुछ परिवारों ने सबमर्सिबल पंप लगवा लिया और जो नहीं लगवा पाए उनको 300 रुपये प्रतिमाह लेकर पानी देने लगे। इस बीच गर्मी और पानी की कमी से जूझ रहे लोगों के पास जलकल विभाग से नोटिस पहुंचा। बिना जलापूर्ति लाइन पड़े ही उनके पास 17 हजार से लेकर करीब 90 तक जलकर की नोटिस आ गया है।
नियमों की दुहाई देता दिखा जलकल विभाग
जलकल विभाग की इस घटना के बाद जलकल विभाग ने अपने साथ मजाक किया है। जिसके बाद इस मामले को लेकर जलकल विभाग नियमों की दुहाई दे रहा है। विभाग के अधिकारियों की मानें तो जलकल विभाग द्वारा 30 साल से यहां के रहने वाले लोगों से सरचार्ज की वसूली नहीं की गई थी और ये सरचार्ज एकसाथ भेजा गया है। लेकिन सवाल ये उठता है कि जब नमक वाले हाते के लोगों को पानी ही नहीं मिल रहा है तो इतने लंबे चौड़े बिल क्यों भेजे जा रहे हैं।
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