सार
फलावदा कस्बे के रहने वाले सतीश कुमार मोंगा कपड़ा व्यापारी हैं। उनका बेटा रितिक बीएससी की पढ़ाई कर रहा है। रितिक के खाते में परिवार के लोगों ने दो लाख की रकम जमा कराई थी। रितिक ने परिवार के लोगों को बताए बिना तीस हजार की रकम खर्च कर दी। जिस पर रितिक की मम्मी ने उसे डांट दिया ।
मेरठ: खुद को अपहरण कराने की कहानी तो आपने रील लाइफ में कई बार सुनी और देखी होगी। लेकिन इस बार रीयल लाइफ में ऐसा ही मामला सामने आया है। जहां व्यापारी के बेटे ने खुद के अपहरण की साजिश रच डाली। कपड़ा व्यापारी के बेटे ने भैसाली बस स्टैंड पर स्कूटी और मोबाइल छोड़कर अपहरण का नाटक कर पुलिस और परिवार को गुमराह किया।
मम्मी की डांट के बाद घर से भागा बच्चा
फलावदा कस्बे के रहने वाले सतीश कुमार मोंगा कपड़ा व्यापारी हैं। उनका बेटा रितिक बीएससी की पढ़ाई कर रहा है। रितिक के खाते में परिवार के लोगों ने दो लाख की रकम जमा कराई थी। रितिक ने परिवार के लोगों को बताए बिना तीस हजार की रकम खर्च कर दी, जिस पर रितिक की मम्मी ने उसे डांट दिया ।
बस स्टैंड पर स्कूटी खड़ी कर के गायब हुआ बच्चा
इसके बाद रितिक स्कूटी लेकर घर से भाग गया। परिवार के लोग उसे तलाश कर रहे थे। इसी बीच रितिक की स्कूटी और मोबाइल सदर बाजार स्थित भैसाली बस स्टैंड पर मिला, जिससे परिवार के लोगों को शक हुआ कि रितिक को अगवा कर लिया। उसके बाद फलावदा पुलिस को मामले की जानकारी दी गई। पुलिस और परिवार के लोगों ने रितिक की जांच पड़ताल शुरू कर दी।
पुलिस ने बच्चे को घरवालों को किया सुपुर्द
पुलिस ने रितिक को मवाना में नाना के घर से बरामद कर लिया है। रितिक ने स्कूटी और मोबाइल भैसाली बस स्टैंड पर परिवार को गुमराह करने के लिए छोड़ा था। पुलिस ने रितिक को परिवार के सुपुर्द कर दिया है। थाना प्रभारी वरुण शर्मा का कहना है कि रितिक की गुमशुदगी दर्ज कर पुलिस की टीम ने लगातार 24 घंटे उसकी पड़ताल की गई। उसके बाद उसे बरामद कर परिवार को सौंप दिया है । परिवार के लोग खर्च की गई 30 हजार की रकम का रितिक से ब्यौरा मांग रहे हैं।
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