सार
गैंगस्टर विकास दुबे ने अपराध के दम पर बिकरु ही नहीं लखनऊ और कानपुर में भी संपत्तियां बनाई थीं। उसने वर्ष 2010 में पत्नी रिचा दुबे के नाम कानपुर के काकादेव थाना क्षेत्र में हरिहरनाथ कालोनी शास्त्री नगर में एक प्लाट तथा वर्ष 2012 में कल्याणपुर के मिर्जापुर बस्ती में एक कीमती प्लाट खरीदा था।
कानपुर: बिकरु कांड के मुख्य आरोपी गैंगस्टर विकास दुबे की संपत्तियों को योगी सरकार जब्त करने की तैयारी कर रही है। इसी के लेकर मंगलवार को काकादेव के शास्त्रीनगर व कल्याणपुर के मिर्जापुर में खरीदे गए प्लाटों का प्रशासन ने चिन्ंहित किया। इन दोनों संपत्तियों की जब्तीकरण की कार्रवाई की जाएगी।
पत्नी रिचा दुबे के नाम की संपत्ति को किया जाएगा जब्त
बता दें कि गैंगस्टर विकास दुबे ने अपराध के दम पर बिकरु ही नहीं लखनऊ और कानपुर में भी संपत्तियां बनाई थीं। उसने वर्ष 2010 में पत्नी रिचा दुबे के नाम कानपुर के काकादेव थाना क्षेत्र में हरिहरनाथ कालोनी शास्त्री नगर में एक प्लाट तथा वर्ष 2012 में कल्याणपुर के मिर्जापुर बस्ती में एक कीमती प्लाट खरीदा था।
एसआईटी की जांच में संपत्तियों का था जिक्र
बिकरु कांड के बाद विशेष जांच टीम एसआईटी द्वारा गैंगस्टर की चिन्हित की गई संपत्तियों में इन दोनों का भी जिक्र आया था। बाद में जब गैंगस्टर एक्ट के तहत विकास दुबे की सुपत्तियों की सूची तैयार हुई तो उस लिस्ट में भी यह दोनों प्लाट थे।
दो संपत्तियों का किया जाएगी चिन्हित
मंगलवार को बिल्हौर तहसीलदार लक्ष्मी नारायण बाजपेई, नायब तहसीलदार अलख शुक्ला व पुलिस ने इन दोनों संपत्तियों को चिन्हित कर जब्तीकरण की कार्रवाई शुरू की। उन्होंने बताया कि राजस्व टीम द्वारा दोनों प्लाट चिन्हित कर लिए गए हैं, बुधवार को जब्तीकरण होगी।
विकास दुबे ने दिया था खौफनाक वारदात को अंजाम
2 जुलाई 2020 की आधी रात 12:45 बजे। बिकरू गांव में गैंगस्टर विकास दुबे और उसके गुर्गों ने डीएसपी और एसओ समेत 8 पुलिसकर्मियों की हत्या कर दी थी। एक-एक पुलिसकर्मी को दर्जनों गोलियां मारी थीं। पुलिस और एसटीएफ ने मिलकर आठ दिन के भीतर विकास दुबे समेत छह बदमाशों को एनकाउंटर में ढेर कर दिया था। 45 आरोपी जेल में बंद हैं। केस का ट्रायल जारी है।
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