सार
सरकार अब उपद्रवियों के खिलाफ बुलडोजर चलाने की तैयारी कर रही है। हिंसा के बाद नई सड़क की लगभग 100 अवैध इमारतों पर बुलडोजर चलाने की तैयारी है। सबसे पहले उन 15 बिल्डिंगों की सूची तैयार की गई है जिन्हें केडीए ने सील कर दिया था मगर सील तोड़ दी गई।
कानपुर: बीते शुक्रवार को हुई हिंसा मामले में पुलिस ने अपनी जांच तेज कर दी है। एसआईटी ने भी जांच की कमान संभाल ली है। सरकार अब उपद्रवियों के खिलाफ बुलडोजर चलाने की तैयारी कर रही है। हिंसा के बाद नई सड़क की लगभग 100 अवैध इमारतों पर बुलडोजर चलाने की तैयारी है। सबसे पहले उन 15 बिल्डिंगों की सूची तैयार की गई है जिन्हें केडीए ने सील कर दिया था मगर सील तोड़ दी गई।
अवैध इमारतें की गईं चिन्हित
बीते 3 जून को जब उपद्रव हुआ था तो अवैध रूप से 50 से 100 वर्गमीटर क्षेत्रफल में छह-सात मंजिला बनाई गईं इमारतों से भी पथराव किया गया था। पुलिस-प्रशासनिक अफसरों ने ऐसी इमारतें चिह्नित कर केडीए को सूचना भेज दी है।
खास तौर पर चंद्रेश्वर हाते के बगल में जो ऊंची अवैध इमारतें बनाई गई हैं वो निशाने पर हैं। इन इमारतों से हाता पूरी तरह घिरा है। हाते में रहने वाले लोगों ने भी इमारतों पर कार्रवाई करने के लिए शिकायत की है। डीएम ने केडीए वीसी से बात करके कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।
50 से ज्यादा लोगों से हुई गिरफ्तारी
बवालियों के खिलाफ लगातार कार्रवाई हो रही है। 50 से ज्यादा की गिरफ्तारी हो चुकी है। उपद्रवियों के पोस्टर जारी कर चौराहों पर चस्पा कराए जा चुके हैं। डीएम ने बताया कि कोई भी बवाल करने वाला नहीं बचेगा। शहरवासी अमन-चैन बनाएं रखे। बवालियों के जल्द ही नए पोस्टर जारी किए जाएंगे।
बता दें कानपुर पुलिस ने अब तक 54 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने एक स्थानीय बीजेपी नेता और 12 अन्य को गिरफ्तार किया है। बीजेपी युवा मोर्चा के पूर्व जिला सचिव हर्षित श्रीवास्तव को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर भड़काऊ सामग्री पोस्ट करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है।
कानपुर हिंसा: सोशल मीडिया पर भड़काऊ पोस्ट मामले में बीजेपी नेता गिरफ्तार, 9 लोगों पर केस दर्ज