सार
स्वास्थ्य विभाग में हुए तबादलों में हुई अनियमितता पर जांच के लिए कमेटी का गठन किया गया है। मुख्य सचिव व एसीएस अवनीश अवस्थी, एसीएस संजय भुसरेड्डी ट्रांसफर में हुई हेराफेरी की जांच करेंगे। बता दें कि डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक के लेटर के बाद से गड़बड़ी उजागर हुई है।
लखनऊ: उत्तर प्रदेश में स्वास्थ्य विभाग में हुए तबादलों को लेकर हड़कंप मचा हुआ है। डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने तबादलों को लेकर सवाल उठाए थे। जिसके बाद ट्रांसफर में हुई गड़बड़ियां उजागर हुई हैं। सीएम योगी ने मामले में संज्ञान लेते हुए उत्तरप्रदेश स्वास्थ्य विभाग के तबादलों पर तत्काल प्रभाव से रोक लगा दी गई है। डिप्टी CM बृजेश पाठक ने तबादलों में को लेकर विभागीय एसीएस अमित मोहन प्रसाद को लिखा था पत्र। इन सब के बीच एक बात तो तय हो गई है कि ट्रांसफर में बड़ा खेल किया गया है।
सीएम योगी ने रिपोर्ट की तलब
स्वास्थ्य विभाग में तबादलों में हुई भारी हीलाहवाली का सीएम योग़ी ने संज्ञान लिया है। एसीएस अमित मोहन प्रसाद की अगुवाई में हुये तबादलों पर डीसीएम ब्रजेश पाठक द्वारा लिखे गये पत्र के बाद हुई जाँच में कई गड़बड़ियां सामने आने के बाद सीएम ने रिपोर्ट तलब की है। CS DS मिश्र,ACS अवनीश अवस्थी ,संजय भूसरेड्डी करेंगे मामले की जाँच कर दो दिन में सीएम को रिपोर्ट सौंपेंगे।
22 सीएमओ को जारी किया गया नोटिस
ट्रांसफर में हेराफेरी का मामला सामने आया है। जो डॉक्टर 10 साल से अधिक समय से जनपद में कार्यरत हैं उनको तीन वर्ष कार्य करते बताया गया है। कई डॉक्टर 10 साल से अधिक समय से एक ही सीएचसी पर कार्यरत हैं। यही नहीं लेबल टू व थ्री के चिकित्सा अधिकारियों का सीएमओ स्तर से स्थानान्तरण कर दिया गया। जब कि उनका स्थानान्तरण शासन से किया जाता है। स्थानान्तरण में की गई गड़बड़ियों को लेकर निदेशक प्रशासन राजा गणपति ने सीएमओ अयोध्या सहित प्रदेश के 22 सीएमओ व सात अस्पतालों के निदेशक को नोटिस जारी कर जवाब मांगा है।
निदेशक प्रशासन ने जवाब किया तलब
निदेशक प्रशासन राजा गणपति ने जब भेजी गई स्थानान्तरण सूची की जांच करायी तो अयोध्या सहित कई जनपद में भारी अनियमिता मिली। इसे लेकर निदेशक प्रशासन ने सीएमओ अयोध्या से जवाब तलब किया है। स्वास्थ्य विभाग में किए गए लगभग सभी स्थानान्तरण में जमकर खेल किया गया। सीएचसी मसौधा पर कार्यरत एक चिकित्सक लगभग 10 वर्ष से एक ही स्थान पर नियुक्त है। इसी प्रकार सीएचसी मिल्कीपुर प्रभारी अहमद हसन किदवई जो लगभग 10 वर्ष से एक ही सीएचसी पर नियुक्त हैं।
अखिलेश यादव ने लेटर वायरल मामले पर कसा था तंज
बीते कुछ दिनों पहले डिप्टी सीएम बृजेश पाठक द्वारा उठाये गए स्वास्थ्य विभाग के तबादलों पर सवाल को लेकर अखिलेश यादव ने निशाना साधा था। उन्होंने कहा कि डिप्टी सीएम लखनऊ छोड़कर गए और जब वापस आये तो पता लगा कि उनसे बिना पूछे ही ट्रांसफर हो गए। सरकार में भ्रष्टाचार, अन्याय चरम पर है, सरकार में कुछ ऐसी ताकतें हैं जो पीछे से चला रही हैं।
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