सार

पुलिस की टीम ने ऊंज थाना क्षेत्र के नवधन गांव पहुंचकर डीघ ब्लॉक प्रमुख मनीष मिश्रा के दो मंजिला मकान को सीज किया। मकान की कीमत एक करोड़ 88 लाख रुपये से अधिक आंकी जा रही है। इस बीच प्रदेश सरकार की ओर से अपराधियों के विरुद्ध किए जा रहे कार्रवाई के तहत उन पर जिला प्रशासन ने गैंगस्टर की कार्रवाई की है। 

प्रयागराज: उत्तर प्रदेश में योगी सरकार के निर्देश के बाद अपराधियों पर कार्रवाई जारी है। ज्ञानपुर के पूर्व विधायक विजय मिश्रा के कुनबे पर प्रशासन का शिकंजा जारी है। इसी कड़ी में शनिवार को पुलिस की टीम ने ऊंज थाना क्षेत्र के नवधन गांव पहुंचकर डीघ ब्लॉक प्रमुख मनीष मिश्रा के दो मंजिला मकान को सीज किया। मकान की कीमत एक करोड़ 88 लाख रुपये से अधिक आंकी जा रही है। इस बीच प्रदेश सरकार की ओर से अपराधियों के विरुद्ध किए जा रहे कार्रवाई के तहत उन पर जिला प्रशासन ने गैंगस्टर की कार्रवाई की है। 

दलित महिला ने लगाया था गैंग रेप का आरोप
बता दें कि ब्लॉक प्रमुख पर प्रयागराज निवासी एक दलित महिला ने काम दिलाने के बहाने गैंग रेप करने का आरोप गत वर्ष लगाया था। एसपी के आदेश पर मामले में गोपीगंज थाने में संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज है। 

डीएम के आदेश पर किया गया मकान सीज
सीओ ने बताया कि उनकी पत्नी व मकान में बांधे गए मवेशियों को बाहर करा दिया गया है। जिला अधिकारी के आदेश पर कार्रवाई की गई है। उधर मकान सीज किए जाने की कार्रवाई के दरमियां आसपास के गांव से बड़ी तादाद में लोग मौके पर एकत्रित हो गए थे। 

सीओ ज्ञानपुर, प्रभारी निरीक्षक गोपीगंज व ऊंज मयफोर्स शनिवार को जीटी रोड नवधन गांव पहुंचे। इस दौरान अफसरों ने जिला अधिकारी की ओर से मिले आदेश की कॉपी उनकी पत्नी को दिखाया। उसके बाद दो मंजिला मकान को सील करने की कार्रवाई की गई। 

 विजय मिश्रा, उनकी पत्नी रामलली मिश्रा, बेटी एडवोकेट रीमा मिश्रा व भतीजे मनीष मिश्रा पर गत दिनों ज्ञानपुर विधायक विपुल दुबे की हत्या की साजिश का भी आरोप लगा था। मामले से संबंधित वीडियो वायरल होने पर पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा है। प्रकरण में पूर्व विधायक समेत सभी आरोपों के खिलाफ संबंधित धारा मुकदमा दर्ज किया गया है।