सार
मारपीट, पथराव के बाद एक पक्ष ने मंदिर की दीवार गिरा दी। घटनास्थल पर पहुंचे एसएसपी ने लापरवाही में चौकी प्रभारी व दो सिपाहियों को लाइन हाजिर कर दिया। गांव में तनाव को देखते हुए पीएसी तैनात कर दी गई है। पुलिस ने संवेदनशील इलाकों की ड्रोन से निगरानी शुरू कर दी है।
गोरखपुर: यूपी में शुक्रवार को हुई हिंसा के बाद तनावपूर्ण माहौल अभी पूरी तरह से खत्म नहीं हुआ है। ऐसे में गोरखपुर में बड़ी घटना होते-होते रह गई। दरअसल आपसी विवाद के बाद हुए बवाल में एक पक्ष ने मंदिर की दीवार गिरा दी। दोनों पक्ष को शांत कराने के बाद पुलिस थाने लौट आयी।
ड्रोन से रखी जा रही नजर
मारपीट, पथराव के बाद एक पक्ष ने मंदिर की दीवार गिरा दी। घटनास्थल पर पहुंचे एसएसपी ने लापरवाही में चौकी प्रभारी व दो सिपाहियों को लाइन हाजिर कर दिया। गांव में तनाव को देखते हुए पीएसी तैनात कर दी गई है। पुलिस ने संवेदनशील इलाकों की ड्रोन से निगरानी शुरू कर दी है।
पुरानी रंजिश के चलते हुई घटना
मानबेला गांव में रहने वाले निषाद एवं कपाड़िया परिवार के बीच वर्चस्व को लेकर कई बार मारपीट हो चुकी है। 15 मई को गांव के महादेव की लड़की की शादी के दौरान दोनों पक्षों में मारपीट हुई थी। जिसमें मुकदमा दर्ज कर पुलिस ने दोनों पक्ष के लोगों को जेल भी भेजा था।
इसी रंजिश में दोनों पक्ष में मारपीट हो गई। गांव में पहुंची चिलुआताल पुलिस दोनों पक्ष को समझाने के बाद लौट आयी। इस बीच दोनों पक्ष के लोग फिर आमने सामने आ गए। मारपीट के बाद हुए पथराव में तीन लोग घायल हो गए। आरोप है कि एक पक्ष ने मंदिर की दीवार गिरा दी।
चौकी प्रभारी व दो सिपाही लाइन हाजिर
घटना की जानकारी होने पर फोर्स के साथ एसएसपी डा. विपिन ताडा, एसपी नार्थ मनोज अवस्थी व सीओ कैंपियरगंज पहुंच गए। लापरवाही के आरोप में एसएसपी ने फर्टिलाइजर चौकी प्रभारी आशीष सिंह व दो सिपाहियों को लाइन हाजिर कर दिया।
निषाद पक्ष के प्रदीप की तहरीर पर चिलुआताल पुलिस ने मारपीट, बलवा व धमकी देने व कपाड़िया पक्ष के अनिल की तहरीर पर बलवा, मारपीट, धमकी व दलित उत्पीड़न का मुकदमा दर्ज किया है।सीओ कैंपियरगंज मामले की विवेचना कर रहे हैं।
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