सार
एक दिन पहले यूपी सरकार के डीजीपी मुकुल गोयल ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के दौरान पुलिस अफसरों को सख्त बरतने के निर्देश दिए थे। लेकिन अधिकतर जिलों में डीजीपी के आदेश का कोई असर नहीं दिखाई दिया।
लखनऊ. उत्तर प्रदेश में ब्लॉक प्रमुख चुनाव के लिए गुरवार को सभी जिलों में प्रत्याशियों ने नॉमिनेशन किए। लेकिन इस दौरान कई जिलों में हिंसा की घटनाएं देखने को मिलीं। प्रत्याशियों के समर्थकों के बीच झड़प, लाठीचार्ज, फायरिंग, गुंडा-गर्दी और लूटपाट जैसी तक की नौबत आ गई। यहा पूरा विवाद एक-दूसरे का पर्चा छीनने और रोकने को लेकर शुरू हुआ था।
नामांकन शुरू होते ही होने लगा हंगामा
दरअसल, सुबह से ही जैसे नामांकन करने का कार्यक्रम शुरु हुआ कि इस दौरान जमकर हंगामा होने लगा। कहीं नामांकन से पहले प्रत्याशी के अपहरण को लेकर बवाल मचा, कहीं पर्चा छीनने की बात सामने आई है। कई जगहों से अराजकता, गुंडा-गर्दी की खबरें सामने आऩे लगी थीं। जानकारी के मुताबिक 15 से ज्यादा जिलों में बवाल देखने को मिला।
इन जिलों में खुलेआम हुई फायरिंग
सबसे ज्यायाद अराजकता कन्रौज, सीतापुर, बुलंदशहर, पीलीभीत, झांसी, उन्नाव, अयोध्या, बस्ती, गोरखपुर, सम्भल, चित्रकूट, जालौन, फतेहपुर, एटा, अंबेडकर नगर, महराजगंज देखने को मिली है। यहां तो आलम यह था कि खुलेआम फायरिंग व मारपीट हुई। पुलिस के रोकने के बाद गुंडा-गर्दी का माहौल जारी रहा।
एक दिन पहले डीजीपी ने दिए थे सख्त निर्देश
बता दें कि एक दिन पहले यूपी सरकार के डीजीपी मुकुल गोयल ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के दौरान पुलिस अफसरों को सख्त बरतने के निर्देश दिए थे। लेकिन अधिकतर जिलों में डीजीपी के आदेश का कोई असर नहीं दिखाई दिया। अब इन घटनाओं के बाद डीजीपी ने कहा है कि सभी घटनाओं में कड़ी कार्यवाही की जाएगी।
पत्रकारों को दौड़ा-दौड़ाकर पीटा..पुलिस देखती रही
कई ब्लॉक में नामांकन के दौरान सपा-भाजपा प्रत्याशी पुलिस के सामने ही लाठी-डंडा लेकर भिड़ गए। गुंडा-गर्दी और मारपीट इस कदर हावी थी कि पुलिस पीछे हो गई और समर्थकों ने एक-दूसरे पर फायरिंग करते हुए लाठी डंडों से हमला करते रहे। रायबरेली जिले में तो कवरेज करने के लिए पहुंचे पत्रकारों को दौड़ा-दौड़ाकर पीटा गया। बीच-बचाव करने आए कई पुलिसकर्मी भी घायल हो गए।
सपा-बीजेपी ने एक-दूसरे पर लगाए ये आरोप
समाजवादी पार्टी के नेताओं ने बीजेपी पर आरोप लगाया कि भाजपा ने उनकी पार्टी के लोगों को पर्चा भरने से रोका और कई जगह तो पर्चा ही छीन लिया गया। वहीं बीजेपी भी ऐसी गी आरोपी सपा पर लगा रही है। इसी दौरान अंबेडकर नगर में पूर्व मंत्री लालजी वर्मा के हाथों से नामांकन का पर्चा ही उपद्रवियों ने छीन लिया।