सार
मंगलवार को सीएम योगी आदित्यनाथ ने फैसला किया कि पूरे प्रदेश में वीकली लॉकडाउन रहेगा। जिसके तहत शनिवार-रविवार को सप्ताह में दो दिन इमरजेंसी सुविधाओं को छोड़कर सबकुछ बंद रखने के आदेश जारी कर दिए हैं। बता दें कि अब तक सिर्फ राज्य में संडे का ही लॉकडाउन घोषित था।
लखनऊ. देश में कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए कई राज्यो में टोटल लॉकडाउन और नाइट कर्फ्यू लगाया गया है। सोमवार को इलाहाबाद हाई कोर्ट ने एक याचिका पर सुनवाई करते हुए उत्तर प्रदेश बढ़ते संक्रमित मरीजों को देखते हुए योगी सरकार को आदेश दिया था कि वह 26 अप्रैल तक राज्यमें पूर्ण लॉकडाउन लगाए। जिसमें राज्य की राजधानी लखनऊ समेत कानपुर, वाराणसी, प्रयागराज और गोरखपुर शामिल थे। जबकि राज्य सरकार इसके लिए राजी नहीं, इसिलए यूपी सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की थी। मंगलवार को अब सुप्रीम कोर्ट ने 5 शहरों में लॉकडाउन लगाने के इलाहाबाद हाई कोर्ट के आदेश पर रोक लगा दी है। साथ ही राज्य सरकार से कोविड से निपटने के लिए उठाए गए कदमों के ब्यौरा देने को कहा गया है। वहीं इसी बीच खबर सामने आई है कि महामारी की रोकथाम के लिए वीकेंड लॉकडाउन लगाया जाएगा।
यूपी सरकार के सॉलिसिटर जनरल दी कई दलीलें
दरअसल, मंगलवार को यूपी सरकार के सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने सुप्रीम कोर्ट में दलीलें दी कि राज्य सरकार ने कोरोना की रोकथाम के लिए ऐसे कई कदम उठाए हैं। जिससे महामारी पर लगाम लग सके, लेकिन कोई भी अदालत अचानक से राज्य के पांच शहरों में लॉकडाउन लगाने का फैसला सुनाए यह उचित नहीं है।
अब पूरे प्रदेश में वीकेंड लॉकडाउन
इधर मंगलवार को सीएम योगी आदित्यनाथ ने फैसला किया कि पूरे प्रदेश में वीकली लॉकडाउन रहेगा। जिसके तहत शनिवार-रविवार को सप्ताह में दो दिन इमरजेंसी सुविधाओं को छोड़कर सबकुछ बंद रखने के आदेश जारी कर दिए हैं। बता दें कि अब तक सिर्फ राज्य में संडे का ही लॉकडाउन घोषित था।
500 से ज्यादा केस वाले जिलों में नाइट कर्फ्यू
यूपी की नई कोरोना गाइडलाइन के मुताबकि, अब जिन जिलों में 500 से अधिक एक्टिव केस हैं, वहां पर रोज रात 8 बजे से अगले दिन सुबह 07 बजे तक आवश्यक सेवाओं को छोड़कर बाकी सारी गतिविधियां बंद रहेंगी। इसके अलावा लखनऊ, कानपुर नगर, प्रयागराज, वाराणसी, झांसी, गोरखपुर, मेरठ जैसे जिलों में कोविड बेड की संख्या डबल करने के भी निर्देश दिए हैं।
प्रवासी मजदूरों को लेकर भी दिए निर्देश
इसके अलावा सीएम ने कोरोना के प्रबंधन के लिए गठित टीम-11 को दिल्ली-मुंबई से लौट रहे प्रवासी मजदूरों को लेकर भी निर्देश दिया है। सीएम ने कहा कि मजदूरों को गृह विभाग और परिवहन विभाग घर पहुंचाने के लिए वाहन की व्यवस्था करे। उनको कुशल पूर्वक उनके गांव तक पहुंचाया जाए। साथ ही बाहर से आ रहे प्रवासी मजदूरों की कोरोना टेस्टिंग के साथ-साथ उनके इलाज कराने के भी निर्देश दिए हैं।
ऐसा है यूपी में कोरोना का कहर
बता दें कि उत्तर प्रदेश में कोरोना वायरस की दूसरी लहर बहुत तेजी से पैर पसार रही है। रोज नए-नए संक्रमित आंकड़ा रिकॉर्ड तोड़ रहे हैं। पिछले 24 घंटे के दौरान राज्य में 28,211 संक्रमित मरीज सामने आए हैं। वहीं 167 लोगों ने दम तोड़ दिया। वहीं एक दिन में10 हजार से ज्यादा मरीज ठीक होकर घर जा चुके हैं। अब तक राज्य में 8,79,831 कोरोना के शिकार हो चुके हैं। जबकि 6,61,311 मरीज ठीक हो चुके हैं।