सार
अखिलेश यादव जी ये वही सपा है जिससे जनता खफा है। 10 तारीख को सपा, बसपा और कांग्रेस की बिदाई का समय है। लोगों को सपा-बसपा से मुक्त उत्तर प्रदेश चाहिए। हमने हिंदू मुसलमानों में भेदभाव नहीं किया। सबको योजनाओं का लाभ मिला है। 5 साल का काम तो ट्रेलर था। 10 मार्च के बाद पूरी पिक्चर दिखाएंगे। सपा का मतलब बिजली आती नहीं और भाजपा का मतलब बिजली जाती नहीं।
एटा: मारहरा विधानसभा में जनसभा को संबोधित करते हुए केशव मौर्य ने कहा कि सपा की साइकिल यहां से उड़ कर सैफई चली गई। गुंडई करने वालों को क्षमा नहीं किया जाएगा। सपा, बसपा और कांग्रेस ने देश और प्रदेश को लूटने का काम किया। भ्रष्टाचार इनकी कुडली में है। कमल खिलने के बाद गुंडे जेल गए या तो ऊपर गए। रामभक्तों और किसानों पर हम गोली नहीं चलातें हैं। सपा की लाल टोपी आने वाली पीड़ियों के लिए खतरे की घंटी है।
अखिलेश यादव जी ये वही सपा है जिससे जनता खफा है। 10 तारीख को सपा, बसपा और कांग्रेस की बिदाई का समय है। लोगों को सपा-बसपा से मुक्त उत्तर प्रदेश चाहिए। हमने हिंदू मुसलमानों में भेदभाव नहीं किया। सबको योजनाओं का लाभ मिला है। 5 साल का काम तो ट्रेलर था। 10 मार्च के बाद पूरी पिक्चर दिखाएंगे। सपा का मतलब बिजली आती नहीं और भाजपा का मतलब बिजली जाती नहीं। सपा अपराधियों की जन्मदाता है। अखिलेश यादव को ना कोरोना का टीका पसंद आता है और ना ही माथे पर टीका पसंद आता है।
भाजपा की सरकार में 75 जिलों का विकास होता है। सपा सरकार में 5 जिलों का विकास होता था। हम मंदिर के साथ गरीबों का पक्का मकान भी बनाने का काम करते हैं। सपा, बसपा और कांग्रेस में कोई सुरक्षित नहीं है। 10 मार्च के बाद फिर से चलेगा बुलडोजर। भू-माफियाओं से जमीन खाली करवाएंगे। 10 मार्च को सपा का 12 बजाने के फिर से लौटूंगा।
'कमल के फूल पर बैठ कर आती हैं लक्ष्मी जी'
फर्रुखाबाद में केशव मौर्य ने कहा कि वोट के रूप में आपसे कर्ज मांगने आया हूं। भाजपा ही दलित और पिछड़ों की हितैशी है। यूपी में हो रहे चुनावों की चर्चा पूरे देश में है। अखिलेश जी गुंडों के सरदार हैं। ये नई सपा नहीं है ये वहीं सपा है जिससे जनता खफा थी और आज भी खफा है। अगर सपा, बसपा और कांग्रेस होती तो जम्मू कश्मिर से धारा 370 नहीं हटती। साथ ही केशन100 में 60 हमारा है, 40 प्रतिशत में बंटवारा है। और उस 40 में भी हमारा है। मोहम्मद अली जिन्ना का नाम लेने वाले अखिलेश की साइकिल को क्षमा नहीं करना चाहिए। आप सब से वादा चाहता हूं ईवीएम मशीन को कमल के फूल से लबालब भरने का काम करना है आपको। विकास के लिए लक्ष्मी जी चाहिए जो साइकिल हाथी और पंजे पर नहीं कमल पर बैठ कर आती हैं।
अवध, पश्चिमी यूपी और बुंदलेखंड में होगा चुनाव
तीसरे चरण में पश्चिमी यूपी के 5 जिले फिरोजाबाद, मैनपुरी, एटा, कासगंज, हाथरस की 19 विधानसभा सीटों पर मतदान होगा। जबकि अवध क्षेत्र में 6 जिलों कानपुर, कानपुर देहात, औरैया, फर्रूखाबाद, कन्नौज, इटावा की 27 विधानसभा सीटों पर मतदान होगा। वहीं बुंदेलखंड में झांसी, जालौन, ललितपुर, हमीरपुर, महोबा की 13 विधानसभा सीटों पर मतदान होगा। तीसरे चरण में कुल 2 करोड़, 15 लाख, 75 हजार 430 मतदाता हैं। इसमें 1,16,12,010 पुरुष औऱ 99,62,324 महिला मतदाता और 1,096 थर्ड जेंडर मतदाता शामिल हैं।
UP Election Info: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 में 403 विधानसभा सीट के लिए पहले चरण का मतदान 10 फरवरी, दूसरा चरण 14 फरवरी, तीसरा चरण 20 फरवरी, चौथा चरण 23 फरवरी, पांचवां चरण 27 फरवरी, छठा चरण 3 मार्च और अंतिम चरण का मतदान 7 मार्च को है। कुल 7 चरणों में होगा यूपी में चुनाव। मतगणना 10 मार्च को होगी।
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