सार
किसान आंदोलन की वजह से माना जा रहा था की पश्चिमी यूपी में बीजेपी को नुकसान उठाना पड़ सकता है। लेकिन आए नतीजों में यह देखने को नहीं मिला है। हालांकि किसान नेता राकेश टिकैट शुरुआत से ही सरकार को घेर रहे थे। राकेश टिकैट के गृह जनपद मुजफ्फरनगर में सरकार का विरोध साफतौर पर देखने को मिला है। 2017 विधानसभा चुनाव में बीजेपी का मुजफ्फरनगर की सभी छह सीटों पर कब्जा था। लेकिन इस बार सिर्फ दो सीटें ही भाजपा जीत सकी है।
लखनऊ: यूपी विधानसभा चुनावों में प्रदेश में भले ही भाजपा की सरकार बन गई हो, लेकिन जिले में पार्टी को जोर का झटका लगा है। पिछले विधानसभा चुनावों में सभी छह सीटों पर जीत दर्ज करने वाली भाजपा की प्रतिष्ठा केवल मुजफ्फरनगर और खतौली सीट पर मिली जीत से ही बच पाई है। सपा-रालोद गठबंधन ने यहां शानदार प्रदर्शन करते हुए बुढ़ाना, पुरकाजी, चरथावल और मीरापुर सीट पर कब्जा किया। इनमें एक सीट सपा को और तीन सीट रालोद को मिली है।
किसान आंदोलन की वजह से माना जा रहा था की पश्चिमी यूपी में बीजेपी को नुकसान उठाना पड़ सकता है। लेकिन आए नतीजों में यह देखने को नहीं मिला है। हालांकि किसान नेता राकेश टिकैट शुरुआत से ही सरकार को घेर रहे थे। राकेश टिकैट के गृह जनपद मुजफ्फरनगर में सरकार का विरोध साफतौर पर देखने को मिला है। 2017 विधानसभा चुनाव में बीजेपी का मुजफ्फरनगर की सभी छह सीटों पर कब्जा था। लेकिन इस बार सिर्फ दो सीटें ही भाजपा जीत सकी है।
मुजफ्फरनगर
मुजफ्फरनगर की शहर सीट पर भाजपा प्रत्याशी कपिलदेव अग्रवाल ने 111784 वोट लेकर रालोद गठबंधन के प्रत्याशी सौरभ स्वरूप को 19684 वोट से हराया।
खतौली
खतौली सीट से भाजपा के विक्रम सैनी ने लगातार दूसरी बार जीत दर्ज की। विक्रम सैनी ने 100651 वोट लेकर रालोद के प्रत्याशी राजपाल सैनी को 16384 वोट से हराया। गठबंधन प्रत्याशी राजपाल सैनी को 84305 वोट मिले।
बुढ़ाना
बुढ़ाना सीट पर रालोद के राजपाल बालियान ने बड़ी जीत दर्ज की है। उन्होंने 131093 वोट लेकर भाजपा के प्रत्याशी उमेश मलिक को 28310 वोट से हराया।
मीरापुर
मीरापुर सीट पर रालोद गठबंधन प्रत्याशी चंदन सिंह चौहान ने 107421 वोट लेकर भाजपा के प्रत्याशी प्रशांत चौधरी को 27 हजार से अधिक वोटों से हराया। बसपा प्रत्याशी यहां 23787 वोट ही ले पाए।
चरथावल
चरथावल विधानसभा सीट पर जिले में सपा सिंबल पर चुनाव लड़ रहे एकमात्र प्रत्याशी पंकज मलिक ने शानदार जीत दर्ज की। पंकज मलिक ने 97363 वोट लेकर भाजपा प्रत्याशी सपना कश्यप को 5334 वोट से हराया।
पुरकाजी
पुरकाजी सुरक्षित सीट पर भाजपा प्रत्याशी प्रमोद उटवाल को हार का मुंह देखना पड़ा। रालोद गठबंधन के प्रत्याशी अनिल कुमार ने 92672 वोट लेकर उन्हें 6532 वोट से हराया। प्रमोद उटवाल को 86140 वोट मिले।
शामली में तीनों सीटों पर गठबंधन प्रत्याशी जीते, मंत्री सुरेश राणा हारे
जनपद शामली की तीनों सीटों पर गठबंधन प्रत्याशियों ने जीत दर्ज की है। थानाभवन सीट से जहां प्रदेश के गन्ना मंत्री सुरेश राणा चुनाव हार गए, वहीं कैराना सीट से नाहिद हसन ने जेल में रहते हुए ही चुनाव लड़कर लगातार तीसरी बार जीत दर्ज करके हैट्रिक बना डाली। जिले में उनकी जीत का अंतर भी सबसे अधिक रहा।
कैराना सीट पर जहां नाहिद हसन को 130802 वोट मिले, वहीं भाजपा की मृगांका सिंह को 104705 वोटों से संतोष करना पड़ा। नाहिद हसन ने 26097 मतों से जीत दर्ज की। थानाभवन सीट पर हार-जीत का अंतर तो बम्पर नहीं रहा, मगर पहले ही राउंड से रालोद प्रत्याशी अशरफ प्रदेश के गन्ना मंत्री व भाजपा प्रत्याशी सुरेश राणा पर बढ़त बनाकर चलते रहे।