सार

सोशल मीडिया पर वायरल होते वीडियो को लेकर तरह-तरह के कमेंट किए जा रहे हैं। कोई बीजेपी पर कमेंट कर रहा है तो कोई डेप्युटी सीएम केशव प्रसाद मौर्य को सिराथू विधानसभा सीट पर काम न करने का आरोप लगाया है।
 

कौशांबी: यूपी विधानसभा चुनाव (UP Vidhansabha Chunav 2022) को देखते हुए शनिवार को डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य (Keshav Prasad Maurya) अपने क्षेत्र सिराथू पहुंचे। यहां पर उनको महिलाओं के विरोध का सामना करना पड़ा। शनिवार को वीडियो सोशल मीडिया (Social Media) पर वायरल हो गया। वायरल वीडियो (Viral Video) में महिलाएं 'केशव प्रसाद मौर्य चोर हैं' शब्दों का इस्तेमाल करने की आवाज भी सुनाई दे रही है। वीडियो वायरल होने पर विपक्षी दल तरह-तरह के कमेंट कर रहे हैं।

ये था पूरा मामला
उत्तर प्रदेश के डेप्युटी सीएम केशव प्रसाद मौर्य को कौशांबी के सिराथू सीट पर प्रत्याशी घोषित किए जाने के बाद पहली बार शनिवार को अपने क्षेत्र पहुंचे थे। जहां एक ओर उनका जमकर स्वागत हुआ तो वहीं कौशांबी के केसरिया गांव में उनके बिरादरी की महिलाओं ने विरोध किया। सोशल मीडिया पर यह चल रहा है कि बीजेपी और केशव का गांव में काम न करवाने की वजह से यह विरोध है, लेकिन जब वीडियो की सच्चाई की तफ्तीश की गई तो इसके पीछे वजह कुछ और निकल कर आई। कौशांबी के सिराथू के इस वीडियो में वास्तविकता यह है कि जिला पंचायत सदस्य के पति राजेश मौर्य 3 दिनों से लापता हैं, जिसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट पास के थाने में दर्ज करा दी गई है। इसी परिवार से मिलने डेप्युटी सीएम केशव प्रसाद मौर्य शनिवार को पहुंचे थे। उसी दौरान प्रदर्शनकारी महिलाएं पुलिस के कार्य प्रणाली से संतुष्ट नहीं थीं। उस दौरान नारेबाजी भी महिलाओं ने की।

वहीं, पीड़ित के घर पहुंचे केशव प्रसाद मौर्य ने पुलिस को इस पूरे मामले के उच्च अधिकारियों के जांच के आदेश दिए हैं। डेप्युटी सीएम ने पीड़ित परिवार की मांग पर घटनाक्रम की जांच के लिए विशेष टीम को गठित करवा दिया है।

विपक्षियों ने बोला हमला
सोशल मीडिया पर वायरल होते वीडियो को लेकर तरह-तरह के कमेंट किए जा रहे हैं। कोई बीजेपी पर कमेंट कर रहा है तो कोई डेप्युटी सीएम केशव प्रसाद मौर्य को सिराथू विधानसभा सीट पर काम न करने का आरोप लगाया है।