सार
चारधाम यात्रा पर गए श्रद्धालुओं को खराब मौसम के कारण प्रशासन ने रोक दिया है। उससे पहले पूर्व सुबह 8 बजे तक आठ हजार से अधिक यात्री धाम के लिए रवाना हो गए थे। खराब मौसम और बारिश के कारण यात्रियों को सोनप्रयाग से आगे नहीं जाने दिया गया। वहीं हेलीकॉप्टर सेवा भी कई बार बाधित होती रही।
देरहादून: उत्तराखंड में चारधाम यात्रा पर खराब मौसम के कारण प्रशासन ने कुछ देर के लिए यात्रा रोकर दी है। केदारनाथ धाम सहित पूरे रुद्रप्रयाग में सुबह से ही बारिश जारी है। खराब मौसम और बारिश के कारण यात्रियों को सोनप्रयाग से आगे नहीं जाने दिया गया है। केदारनाथ धाम में बारिश के बीच तीर्थयात्री भगवान भोलेनाथ के दर्शनों का इंतजार कर रहे हैं। खराब मौसम और बारिश के कारण यात्रियों को सोनप्रयाग से आगे नहीं जाने दिया गया। वहीं हेलीकॉप्टर सेवाओं को भी बाधित कर दिया गया है।
आठ हजार यात्रियों को गया रोका
करीब आठ से दस हजार यात्रियों के धाम रवाना होने के बाद सोमवार को प्रशासन ने केदारनाथ यात्रा पर कुछ देर के लिए रोग लगा दी है। पैदल मार्ग पर यात्री रोके गए है। मौसम साफ होने के बाद ही तीर्थयात्रियों को केदारनाथ धाम के लिए भेजा जा सकेगा। मौसम विभाग ने दो दिनों तक भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। इसके लिए पुलिस प्रशासन निगरानी कर रही है। उधर यमुनोत्री पैदल मार्ग पर श्रद्धालुओं की भीड़ के चलते जाम लगने की स्थिति न हो इसलिए थोड़ी देर यात्रा को रोककर श्रद्धालुओं की आवाजाही करवाई गई।
19 दिनों में आठ लाख पहुंचे श्रद्धालु
बारिश की वजह से केदारनाथ धाम में ठंज भी बढ़ गई है। बारिश होने के बाद बढ़ी ठंड में भी केदारनाथ के दर्शनों के लिए यात्री लाइन में लगे हुए हैं। सुबह पाचं बजे बारिश शुरू होने के बाद केदारनाथ यात्रा पर रोक दी है और तीर्थयात्रा को गौरीकुंड, सोनप्रयाग, गुप्तकाशी, अगस्त्यमुनि व रुद्रप्रयाग में रोका गया है। मौसम साफ होने के बाद तीर्थयात्रियों को केदारनाथ धाम के लिए भेजा जाएगा। चारधाम यात्रा पर जाने वाले यात्रियों की संख्या 19 दिन में आठ लाख पहुंच गई है। दो साल बाद रिकॉर्ड संख्या में चारधाम यात्रा के लिए उत्तराखंड पहुंचे हैं। केदारनाथ के दर्शन करने के लिए तीर्थयात्रियों खासकर युवा यात्रियों में जबरदस्त उत्साह नजर आ रहा है। हर दिन तीर्थयात्रियों की संख्या में इजाफा हो रहा है।
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