सार

उत्तराखंड में चारधाम यात्रा या पर्यटन के सीजन जल्द ही पार्किंग की समस्या से निजात मिल जाएगा। इसको लेकर तैयारी की जा रही है। टनल पार्किंग को लेकर सभी जिलाधिकारियों से रिपोर्ट भी मांगी गई है। 

देहरादून: चारधाम यात्रा हो या फिर पर्यटन का सीजन, वाहनों की लंबी कतार और उन्हें पार्क करने की समस्या से जल्द ही राहत मिलने के आसार है। दरअसल सरकार अब पर्वतीय क्षेत्रों में टनल पार्किंग पर काम कर रही है। मुख्य सचिव के निर्देश के बाद अब शहरी विकास विभाग ने सभी जिलाधिकारियों से इसको लेकर रिपोर्ट मांगी है।

डीएम को पत्र भेज मांगी गई रिपोर्ट
बीते दिनों मुख्य सचिव डॉ. एसएस संधु ने बैठक में टनल पार्किंग की कार्ययोजना के निर्देश दिए थे। इसके बाद शासन ने सभी जिलों के डीएम को पत्र भेजकर टनल पार्किंग की रिपोर्ट को मांगा था। इसके आधार पर ही आगे का काम होगा। अपर मुख्य सचिव शहरी विकास आनंद बर्धन की ओर से जानकारी देते हुए बताया गया कि सभी जिलों से रिपोर्ट आने के बाद ही टनल पार्किंग की दिशा में आगे काम किया जाएगा। रेल विकास निगम पहले ही प्रदेश में टनल पार्किंग के निर्माण को लेकर काम कर रहा है। इसके बाद राज्य सरकार भी आरवीएनएल की मदद से टनल पार्किंग को बनाने के लिए विचार कर रही है। 

इन 16 शहरों में टनल पार्किंग पर हो रहा विचार 
जिन शहरों में टनल पार्किंग को लेकर विचार किया जा रहा है उसमें उत्तरकाशी, चंबा, चमोली, श्रीनगर, पौड़ी, चमियाला, गोपेश्वर, मसूरी, नैनीताल, अल्मोड़ा, रामगनर, धारचूला, भीमताल, रानीखेत, अगत्स्यमुनि और गुप्तकाशी शामिल है। दरअसल इन शहरों के चयन के पीछे का कारण है कि यहां का पर्यटना। हालांकि इस पूरे मामले में डीएम की रिपोर्ट के बाद ही टनल पार्किंग की जरूरत और चिह्नित स्थानों की स्थिति साफ हो पाएगी। फिलहाल अभी डीएम की रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है। जिसके बाद ही टनल पार्किंग को लेकर आगे की चीजे साफ होने के आसार जताए जा रहे हैं। हालांकि इसको लेकर तैयारी बड़े स्तर पर की जा रही है। 

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