सार
कैंट के बभिया निवासी 28 साल के करन उर्फ छोटू जरायम की दुनिया का बेताज बादशाह बन रहा था। उस पर लूट, हत्या, रंगदारी और गैंगस्टर जैसे गंभीर मुकदमे दर्ज है। करन पर 2013 में हुए सिपाही अनिरुद्ध यादव की हत्या का आरोप है। करन पर कैंट थाने में 13 आपराधिक मुकदमे दर्ज है।
बरेली (Uttar Pradesh) । कैंट थाना क्षेत्र के मानपुर इलाके में हुई मुठभेड़ में 15 हजार का इनामी शातिर बदमाश करन उर्फ छोटू ढेर हो गया। बता दें कि वो सिपाही अनिरुद्ध की हत्या का मुख्य आरोपी था और वो पुलिस को देखते ही हमला कर देता था। पुलिस अफसरों का कहना है कि करन की मौत के बाद बरेली की जनता ने राहत की सांस ली है।
इस तरह हुई मुठभेड़
शनिवार की देर शाम पुलिस ने मानपुर रोड पर जैसे ही करन को बाइक पर देखा तो उसे रुकने के लिए कहा, लेकिन करन ने हमेशा की तरह इसबार पुलिस पर फायरिंग कर दी। जबाब में पुलिस ने भी फायरिंग की जिसमे करन के गोली लग गई, जबकि उसके दो साथी भागने में कामयाब रहे। गंभीर रूप से घायल करन को जिला अस्पताल में भर्ती कराया। जहाँ से डॉक्टरों ने उसे निजी अस्पताल रेफर कर दिया। इलाज के दौरान करन की मौत हो गई। फिलहाल पुलिस ने करन के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
जरायम की दुनिया का बन रहा था बेताज बादशाह
कैंट के बभिया निवासी 28 साल के करन उर्फ छोटू जरायम की दुनिया का बेताज बादशाह बन रहा था। उस पर लूट, हत्या, रंगदारी और गैंगस्टर जैसे गंभीर मुकदमे दर्ज है। करन पर 2013 में हुए सिपाही अनिरुद्ध यादव की हत्या का आरोप है। करन पर कैंट थाने में 13 आपराधिक मुकदमे दर्ज है।
2013 में की थी सिपाही की हत्या
एसएसपी शैलेश कुमार पांडेय ने बताया कि करन को पकड़ने 2013 में जब पुलिस गई थी तो इसने एक सिपाही अनिरुद्ध की गोली मारकर हत्या कर दी थी। इसके अलावा करन कई बार पुलिस टीम पर हमला कर चुका था। करन उर्फ छोटू कैंट थाने का हिस्ट्रीशीटर था।