सार


घर में गोली चलने की आवाज सुन ग्रामीण उसके घर की ओर दौड़ पड़े। वहां मां-बेटी लहूलुहान पड़ी थी। बेटी के हाथ में तमंचा था। उसने ग्रामीणों के सामने ही पिता को दो गोली मार दीं। इसके बाद तमंचा लेकर छत पर चढ़ गई। थोड़ी देर तमंचा लहराती रही फिर गिर पड़ी। 

मथुरा (Uttar Pradesh) । प्रेम प्रसंग को लेकर हुए एक परिवार में ही खून की होली खेली गई। पत्नी और बेटी को गोली मारने के बाद गृहस्वामी बेटे को भी गोली मारने जा रहा था, तभी घायल बेटी ने पिस्टल छीनकर पिता को ही मौत के घाट उतार दिया। मां-बेटी को गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया है। 

ग्रामीणों के सामने पिता को मारी दो गोली
चेतराम के घर में गोली चलने की आवाज सुन ग्रामीण उसके घर की ओर दौड़ पड़े। वहां राजकुमारी लहूलुहान पड़ी थी, जबकि घायल अल्का के हाथ में तमंचा था। उसने ग्रामीणों के सामने ही पिता को दो गोली मार दीं। इसके बाद तमंचा लेकर छत पर चढ़ गई। थोड़ी देर तमंचा लहराती रही फिर गिर पड़ी। 

मां-बेटी का चल रहा उपचार
ग्रामीण ने तीनों को अस्पताल ले गए। वहां चेतराम को मृत घोषित कर दिया गया। मां-बेटी का उपचार चल रहा है। एसएसपी शलभ माथुर ने मीडिया को बताया कि घर में प्रेम प्रसंग को लेकर विवाद हुआ था। इसी को लेकर चेतराम ने पहले पत्नी व बेटी को गोली मार दी, फिर बेटी ने बाप को गोली मार मौत के घाट उतार दिया।

शादी में शामिल होने आए थे सभी
नौहझील थाना क्षेत्र के गांव मिट्ठौली का सेवानिवृत फौजी चेतराम प्रयागराज में ओला कैब चलाता था। शादी में शामिल होने एक दिन पहले ही वह पत्नी राजकुमारी, बेटा आदर्श व बेटी अल्का के साथ गांव आया था। शाम करीब साढ़े दस बजे गांव में लगुन चढ़ रही थी।

31 दिसंबर को घर से लापता हो गई थी बेटी
अल्का 31 दिसंबर को घर से लापता हो गई थी। इसके बाद पिता  सेवानिवृत फौजी चेतराम थाने शिकायत की थी, लेकिन करीब पांच दिन बाद अल्का घर लौट आई थी। तभी से घर में क्लेश चल रहा था। इस घटना के पीछे यह क्लेश भी कारण हो सकता है। फिर भी फिलहाल कोई बोलने को तैयार नहीं है। पुलिस जांच में जुट गई है।