सार

यूपी चुनाव से ठीक पहले अपर्णा यादव भारतीय जनता पार्टी में शामिल हुईं। उनके भाजपा में शामिल होने के पीछे कई कारण बताए जा रहे हैं।

लखनऊ. मुलायम सिंह यादव की छोटी बहू अपर्णा यादव ने बुधवार 19 जनवरी 2022 को भाजपा प्रदेश मुख्यालय पर पार्टी की सदस्यता ग्रहण की। अपर्णा ने भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह की मौजूदगी में ग्रहण की। अपर्णा यादव के बीजेपी में शामिल होने को समाजवादी पार्टी के तगड़ा झटका बताया जा रहा है। उनके बीजेपी में शामिल होने के कयास भी काफी लंबे समय से लगाए जा रहे थे। 
गौरतलब है कि यूपी विधानसभा के पिछले चुनाव से ठीक पहले से ही मुलायम परिवार का झगड़ा खुलकर सभी के सामने आ चुका था। अखिलेश और चाचा शिवपाल के बीच विवाद और फिर नई पार्टी का गठन। इसके बाद मौजूदा चुनाव को लेकर यह कयास लगातार लगाए जा रहे थे कि अपर्णा बीजेपी में शामिल हो सकती हैं। आखिरकार उन्होंने 19 जनवरी 2022 को भाजपा की सदस्यता ले ली। फिलहाल आज हम आपको उन कुछ खास वजहों के बारे में बताने जा रहे हैं जिसके चलते अपर्णा यादव ने सपा परिवार को छोड़कर भाजपा की सदस्यता ली। 

1- पारिवारिक कलह और अपनों की नजरअंदाजी 
अपर्णा यादव के बीजेपी में शामिल होने की सबसे बड़ी वजह बताई जा रही है कि उन्हें पार्टी और परिवार में नरजीह नहीं मिल रही थी। जिसके चलते उन्होंने आखिरकार भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता ले ली। परिवार के अंदरूनी समीकरणों में अखिलेश यादव और डिंपल यादव के साथ भी अपर्णा के अच्छे संबंध नहीं है। 

2- लखनऊ कैंट विधानसभा से टिकट 
अपर्णा यादव की बीजेपी में ज्वाइन होने का दूसरा सबसे बड़ा कारण उनका लखनऊ कैंट विधानसभा से टिकट बताया जा रहा है। जानकारों की मानें तो अपर्णा के बीजेपी में शामिल होने के पीछे का सबसे अहम कारण यही है। जिसके चलते वह सपा को छोड़कर भाजपा में शामिल हुई हैं। 

3- सीएम योगी को मानती हैं भाई  
अपर्णा सीएम योगी आदित्यनाथ को अपना भाई मानती है। दोनों ही उत्तराखंड के रहने वाले हैं। अपर्णा कई बार योगी आदित्यनाथ की तारीफ भी कर चुकी हैं।  2017 से पहले वह गोरखपुर में गोरखनाथ मंदिर भी दर्शन के लिए गई थीं। जहां उन्होंने योगी आदित्यनाथ से मुलाकात भी की थी। 

4- अपर्णा का गाय प्रेम 
यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ के जैसे ही अपर्णा भी गाय प्रेम में रुचि रखती है। योगी आदित्यनाथ के सीएम बनने के बाद अपर्णा और प्रतीक भी उसके साथ कान्हा उपवन देखने गए थे। जहां दोनों के बीच गो-सेवा को लेकर लंबी बातचीत हुई थी। 

5- सार्वजनिक मंचों से पीएम मोदी और सीएम योगी की तारीफ
माना जाता है कि अपर्णा जिस तरह से सार्वजनिक मंचों से भी पीएम मोदी और सीएम योगी की तारीफ करती थी उससे कहीं न कहीं सपा नेता उनसे नाराज रहते थे। यहीं नहीं पार्टी में तवज्जों भी कम मिलती थी। जिसके चलते उन्होंने भारतीय जनता पार्टी की नीतियों और कार्यों से प्रेरित होकर भाजपा की सदस्यता ली।