सार
बीती देर रात पिकअप देखकर पुलिस को शक हुआ और गाड़ी को रुकवा कर आरोपी से पूछताछ की। इस दौरान पिकअप में रखे बक्से से तेज गंध आ रही थी। इस पर पुलिस ने बक्सा खुलवाया तो उसमें कमाल का शव ठूंसा हुआ था। जिसके बाद पुलिस ने फौरन आरोपी को गिरफ्तार कर लिया।
बस्ती (उत्तर प्रदेश)। जिस पति के साथ सात जन्मों तक जीने-मरने का कसमें खाई उसी पति को पिता के साथ मिलकर मौत के घाट उतार दिया। पत्नी और ससुर ने मिलकर दामाद के शव को ठिकाने लगाने के लिए बाक्स में ठूंसकर लखनऊ से बस्ती के लिए निकल गए। रास्ते में चेकिंग के दौरान पुलिस ने गाड़ी रोकी तो दोनों के गुनाहों की कहानी सामने आई। दरअसल गाड़ी में रखे बक्से से दुर्गंध आ रही थी, जिसे शक के आधार पर पुलिस ने खुलवाया तो चौंक गई, क्योंकि उस बक्से में एक युवक का शव ठूंसा हुआ मिला। जिसके बाद पुलिस ने पिता-पुत्री को गिरफ्तार कर लिया।
ऐसे खुला राज
बीती देर रात पिकअप देखकर पुलिस को शक हुआ और गाड़ी को रुकवा कर आरोपी से पूछताछ की। इस दौरान पिकअप में रखे बक्से से तेज गंध आ रही थी। इस पर पुलिस ने बक्सा खुलवाया तो उसमें कमाल का शव ठूंसा हुआ था। जिसके बाद पुलिस ने फौरन आरोपी को गिरफ्तार कर लिया।
चार लाख रुपए के लिए की हत्या
पुलिस ने मुताबिक नजीमुद्दीन बस्ती में ही इंजीनियर था। हालांकि वह अब रिटायर हो गया है। कमाल ने उससे 4 लाख रुपये उधार लिए थे और जब वह वापस नहीं किए तो 3 जनवरी की रात को कमाल की पत्नी और नजीमुद्दीन ने मिलकर उसकी हत्या कर दी। इसके बाद लाश को ठिकाने लगाने की फिराक में वे घूमते रहे।
बस्ती में लगाते शव ठिकाने
पुलिस पूछताछ में नजीमुद्दीन ने बताया कि बक्से में ठूंसा हुआ शव उसके दादाम कमाल का है। दोनों ही लखनऊ के रहने वाले हैं और वहीं उसकी हत्या किए थे। इसके बाद शव को ठिकाने लगाने बस्ती पहुंचे थे।
सरिए से किया था वार
पुलिस के अनुसार रुपए के लेनदेन को लेकर हुए विवाद के बाद कमाल की हत्या की गई। इस वारदात को उसके ससुर नजीमुद्दीन और उसी की पत्नी ने सरिए से वार कर दिया। हत्या के बाद शव को ठिकाने लगाने के लिए उसके शव को एक बक्से में ठूंसा। इसके बाद फिर ठिकाने लगाने की नीयत से लखनऊ से बस्ती पहुंच गए थे।