सार

भारतीय जनता पार्टी को मिली प्रचंड जीत को लेकर जुलूस निकालकर जश्न मनाया जा रहा था। उस दौरान डीजों की धुनों पर नाचते हुए लोगों पर कुछ लोगों ने लाठी-डंडों से हमला कर दिया। जिसमें एक व्यक्ति की मौत हो गई और कई लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। इस दौरान हुए हमले के मामले में प्रयागराज एसएसपी ने कार्रवाई करते हुए चार पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया है। 

प्रयागराज: उत्तर प्रदेश की संगम नगरी प्रयागराज के बहरिया इलाके के नेवादा गांव में बीजेपी की जीत का जश्न मनाने के दौरान हुए हमले के मामले में प्रयागराज एसएसपी ने कार्रवाई करते हुए चार पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया है। शहर में शनिवार को भारतीय जनता पार्टी को मिली प्रचंड जीत को लेकर जुलूस निकालकर जश्न मनाया जा रहा था। पार्टी की जीत पर लोगों का उत्साह और जोश थमने का नाम नहीं ले रहा था। पूरे राज्य में बीजेपी के कार्यकर्ता और आमजन के बीच खुशी की लहर दौड़ रही थी। 

उस दौरान डीजों की धुनों पर नाचते हुए लोगों पर कुछ लोगों ने लाठी-डंडों से हमला कर दिया। जिसमें एक व्यक्ति की मौत हो गई और कई लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। इसी घटना के मामले बहरिया थाने के कई पुलिसकर्मियों पर बीजेपी के कई नेताओं ने कार्रवाई के नाम पर विपक्षियों के खिलाफ कुछ करने के बजाए बीजेपी कार्यकर्ताओं को पीटाने आरोप लगाया था।

बीजेपी नेता हुए गंभीर रूप से घायल
यह घटना प्रयागराज के बहरिया नेवादा गांव की है। इस गांव में लोग पार्टी की जीत पर डीजे की धुन पर नाच रहे थे। जश्न मनाने के दौरान नाचते हुए लोगों पर हमला बोल दिया। इस मामले में कई बीजेपी नेताओं को गंभीर रूप से घायल हो गए। तो वहीं एक की मौत उसी क्षण हो गई। इसी मामले में बीजेपी के कई नेताओं ने बहरिया थाने के कई पुलिसकर्मियों पर आरोप लगाते हुए पुलिस के आला अधिकारियों से दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग किया। साथ ही बीजेपी नेताओं का यह आरोप है कि मृतक के परिवार हत्या नहीं बल्कि सड़क हादसे में हुई मामले का लिखवाने का दबाव बनाया गया।

एसएसपी ने जांच के बाद किया गया सस्पेंड
शनिवार की घटना के विरोध में रविवार को बीजेपी नेताओं ने बाहरीया थाने का घेराव कर दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ जांच के बाद कार्रवाई की पुलिस अधिकारियों से मांग किया। बीजेपी नेताओं के मांग के बाद प्रयागराज एसएसपी अजय कुमार ने एसपी गंगापार अभिषेक अग्रवाल जांच करने का आदेश दिया। जांच में कई पुलिसकर्मी दोषी पाए गए जिन को तत्काल प्रभाव से एसएसपी के आदेश पर सस्पेंड कर दिया गया।

जांच में ये बातें आई सामने
प्रयागराज एसपी गंगापार अभिषेक अग्रवाल ने त्वरित जांच कराई गई। जिसमें आख्या दी गई। इस आख्या को तत्काल संज्ञान में लेते हुए एसएसपी अजय कुमार ने दोषी पुलिसकर्मियों के काम में लापरवाही, हीला हवाली और समय से उच्चाधिकारियों को सूचना ना देने के कारण थाना प्रभारी बहरिया निरीक्षक रवि प्रकाश, एसआई संजय यादव, कांस्टेबल विकास उपाध्याय, कांस्टेबल दीन दयाल दूबे को निलंबित कर दिया। इसके अलावा इस घटना में अपराध संख्या 35/22 कायम किया गया है। जिसकी निष्पक्ष गुणवत्तापूर्ण विवेचना जारी है। एसएसपी अजय कुमार ने कहा कि मामले में सख्त कार्रवाई की जाएगी।

बहरिया गांव का यह था पूरा मामला
उत्तर प्रदेश में हुए विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने शानदार प्रदर्शन करते हुए भारी जीत दर्ज की। हर जगह कार्यकर्ता जीत का जश्न मना रहे हैं। इसी तरह शनिवार वाले दिन प्रयागराज के बहरिया में बीजेपी को मिली जीत पर कार्यकर्ता डीजे की धुनों पर नाचते गाते जा रहे थे। प्रयागराज बहरिया के नेवादा गांव से गुजरते हुए जश्न के जुलूस में पर पथराव और लाठी डंडे से पिटाई की गई, जिसमें कई लोग घायल हो गए और एक युवक की मौत हो गई। हालांकि, मृतक युवक के पिता ने पुलिस को दी गई तहरीर में अपने बेटे का सड़क एक्सीडेंट में मौत होने की बात कही है।

वहीं, मृतक युवक के साथ मौजूद लोगों ने पुलिस को कई लोगों पर हमला करने और युवक की हत्या करने का आरोप लगाया है। पुलिस युवक की डेड बॉडी को अब दूसरी तहरीर के आधार पर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है। प्रयागराज एसएसपी अजय कुमार के मुताबिक, अब इस घटना की तफ्तीश की जा रही है। मृतक के डेड बॉडी को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया है। जांच के बाद ही पता चल पाएगा कि युवक की मौत किन कारणों से हुई है। इसके अलावा अगर घटना सही है तो दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।

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