सार

अपने कड़े अंदाज के लिए फेमस सीएम योगी आदित्यनाथ को भी कभी डांट सुनने को मिलती थी। उन्होंने खुद इसका खुलासा किया। सोमवार को अपने गुरु महंत अवैद्यनाथ के बारे में बताते हुए सीएम योगी भावुक हो गए। उन्होंने एक किस्सा सुनाया जब उनके एक काम की वजह से गुरु ने उन्हें डांटा था।

गोरखपुर (Uttar Pradesh). अपने कड़े अंदाज के लिए फेमस सीएम योगी आदित्यनाथ को भी कभी डांट सुनने को मिलती थी। उन्होंने खुद इसका खुलासा किया। सोमवार को अपने गुरु महंत अवैद्यनाथ के बारे में बताते हुए सीएम योगी भावुक हो गए। उन्होंने एक किस्सा सुनाया जब उनके एक काम की वजह से गुरु ने उन्हें डांटा था।

वो किस्स जब सीएम योगी को पड़ी थी डांट
सीएम योगी ने कहा, बात 1995 की है। एक बार कुछ श्रद्धालुओं ने मुझसे शिकायत की कि मंदिर से जूते-चप्पल चोरी हो रहे हैं। जिसके बाद मैंने निगरानी के वहां कुछ गार्ड लगा दिए। एक दिन गार्ड ने तीन बच्चों को पकड़ा। मैं वहां पहुंचा तो पता चला यही बच्चे मंदिर से चप्पल चोरी करते थे। मैंने उन्हें डांटते हुए वहां से खदेड़ दिया। वहां से जाने के बाद बच्चे दूसरे गेट से आकर मंदिर के भंडारे के पंगत में बैठ गए। निरीक्षण के दौरान मैंने उन्हें वहां भी पकड़ लिया और भगा दिया।

गुरुजी ने सीएम योगी से कही थी ये बात
सीएम कहते हैं, बच्चों को भंडारे से भगाते हुए गुरु जी ने मुझे देख लिया। इसके बाद उन्होंने मुझे बुलाकर पूछा कि क्यों बच्चों को बाहर किया। मैंने कहा कि ये बच्चे मंदिर से जूते-चप्पल चुराते थे। इस पर गुरुजी ने कहा कि जूते-चप्पल की चोरी न हो इसके लिए व्यवस्था करना तुम्हारी और मेरी जिम्मेदारी है। लेकिन खाने की पंगत से किसी को उठाना नहीं चाहिए। जाओ उन बच्चों को खाना खिलाओ।

3 बच्चों की वजह से सीएम योगी को मिली थी डांट
सीएम योगी कहते हैं, गुरुजी के कहने के बाद भी मैंने बात को टालने के लिए कहा, वो मुस्लिम बच्चे हैं, चोरी करते हैं। इसपर गुरुजी ने मुझे डांटते हुए कहा, यह गोरक्षनाथ जी का प्रसाद है। उनके आशीर्वाद से प्राप्त होता है। इसे कोई भी ले सकता है। उनकी डांट सुनने के बाद मैंने लोगों को भेजकर उन बच्चों को बुलाकर खाना खिलाया।