सार
27 जिलो से होते हुए कानपुर पहुंची गंगा यात्रा का शुक्रवार को सपापन हो गया। सीएम योगी ने यात्रा का स्वागत किया। इस दौरान उन्होंने फर्रुखाबाद में बच्चों को बंधक बनाने की घटना का भी जिक्र किया। सीएम ने कहा, एक दरिंदा 23 बच्चों को कब्जे में लिए था, मां गंगा के आशीर्वाद से सभी बच्चे सुरक्षित हैं और दरिंदे को पुलिस ने मार गिराया। पुलिस ने सराहनीय काम किया है। दरिंदे को वही सजा मिली, जिसका वह हकदार था। उस मामले को लेकर पीएम मोदी से लेकर गृह मंत्री अमित शाह तक परेशान थे।
कानपुर (Uttar Pradesh). 27 जिलो से होते हुए कानपुर पहुंची गंगा यात्रा का शुक्रवार को सपापन हो गया। सीएम योगी ने यात्रा का स्वागत किया। इस दौरान उन्होंने फर्रुखाबाद में बच्चों को बंधक बनाने की घटना का भी जिक्र किया। सीएम ने कहा, एक दरिंदा 23 बच्चों को कब्जे में लिए था, मां गंगा के आशीर्वाद से सभी बच्चे सुरक्षित हैं और दरिंदे को पुलिस ने मार गिराया। पुलिस ने सराहनीय काम किया है। दरिंदे को वही सजा मिली, जिसका वह हकदार था। उस मामले को लेकर पीएम मोदी से लेकर गृह मंत्री अमित शाह तक परेशान थे।
क्या है फर्रुखाबाद का मामला
यूपी के फर्रुखाबाद के करथिया गांव में गुरुवार यानी 30 जनवरी को एक सिरफिरे सुभाष बाथम ने 23 मासूम बच्चों को तहखाने में बंधक बना लिया था। एनएसजी कमांडो ने गांववालों के साथ मिलकर आपरेशन चला सभी बच्चों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया। वहीं, मुठभेड़ में सनकी मारा गया, जबकि उसकी पत्नी को गांववालों ने पीट पीटकर घायल कर दिया। इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।
गंगा में लोग लगा रहे डुबकी, नमामि गंगे की देन
गंगा यात्रा को लेकर सीएम ने कहा, कानपुर वाले जानते हैं कि नमामि गंगे का सबसे क्रिटिकल प्वाइंट यही था, लेकिन यहां पर बदलाव हुआ। पीएम मोदी ने तो राष्ट्रीय गंगा परिषद की पहली बैठक यहीं रखी। पहले जाजमऊ में मछलियां मर जाती थीं, लेकिन अब स्थिति सुधरी है। अब सब गंगा में डुबकी लगा रहे हैं। ये सब नमामि गंगे परियोजना की देन है।
27 जनवरी को शुरू हुई थी गंगा यात्रा
बिजनौर और बलिया से शुरू होने वाली गंगा यात्रा का कानपुर में समापन हुआ। 27 जनवरी को राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने बलिया से और सीएम योगी ने बिजनौर से इस यात्रा की शुरुआत की थी। यात्रा देश के 87 विधानसभा क्षेत्रों, 26 लोकसभा क्षेत्रों और 27 जिलों से होते हुए कानपुर पहुंची। दोनों यात्राएं सड़क मार्ग से 1,238 और नाव से 150 किमी की दूरी तय करती हुई कानपुर पहुंची।