सार
बोर्ड सचिव दिव्यकांत शुक्ला ने 22 मई को ही सभी स्कूलों से क्लास 12 के प्री-बोर्ड और 11वीं के छमाही व वार्षिक परीक्षा के अंक मांगे थे, 28 मई तक अधिकांश स्कूल छात्र-छात्राओं के अंक डाटा भी ऑनलाइन पोर्टल पर फीड कर दिया।
लखनऊ (Uttar Pradesh() । कोरोना के संक्रमण को देखते हुए यूपी सरकार ने बड़ा फैसला लिया है। यूपी बोर्ड 12वीं की परीक्षा रद्द कर दी गई है। सीएम योगी ने इस फैसले पर आखिरी मुहर लगा दी है। इसके पहले उन्होंने लोक भवन में डिप्टी सीएम व शिक्षा विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक की थी। बता दें कि मध्य प्रदेश, गुजरात, उत्तराखंड की सरकारें बोर्ड की परीक्षा रद्द किए जाने का निर्णय पहले ही ले चुकी हैं। इससे पहले यूपी सरकार ने हाईस्कूल की परीक्षा रद्द कर चुकी है।
बड़ी बातें
-यूपी बोर्ड 12वीं की परीक्षा के लिए 26,09,501 स्टूडेंट्स पंजीकृत हैं।
-यूपी बोर्ड की हाईस्कूल की परीक्षाएं पहले ही रद्द कर दी गई हैं।
- सीबीएसई व सीआईसीएसई ने भी 12वीं की परीक्षाएं रद्द करने की घोषणा की है।
-हाईस्कूल का रिजल्ट किस आधार पर तैयार किया जाए। इसके विकल्पों पर विचार किया जा रहा है। सरकार ने इसके लिए एक अलग कमेटी भी बना दी गई।
बोर्ड सचिव ने प्री बोर्ड के मार्क्स मांगे थे
बोर्ड सचिव दिव्यकांत शुक्ला ने 22 मई को ही सभी स्कूलों से क्लास 12 के प्री-बोर्ड और 11वीं के छमाही व वार्षिक परीक्षा के अंक मांगे थे, 28 मई तक अधिकांश स्कूल छात्र-छात्राओं के अंक डाटा भी ऑनलाइन पोर्टल पर फीड कर दिया।