सार
पापुआ गिनिया बौगेन किल्ले में समुद्र में 32 दिन तक फंसे चार लोगों को बचाया गया। इन चारों ने जिस मुश्किल हालत का सामना किया, उसके बाद लोग इनके जिंदा रहने को चमत्कार ही मान रहे हैं।
पापुआ गिनिया: कहते हैं कि भगवान की कृपा जिसपर होती है, वो बड़ी से बड़ी मुश्किलों का सामना कर लेता है। शायद यही हुआ समुद्र में फंसे इन चार लोगों के साथ। जिन्होंने एक महीने तक हर दिन मौत को मात दी। इन चारों को एक महीने के बाद एयरलिफ्ट किया गया। इन चारों ने अपनी आंखों के सामने आठ साथियों को मरते देखा। जिसमें एक बच्चा भी शामिल था।
क्रिसमस मनाने के लिए निकले थे
इंटरनेशनल मीडिया द सोलोमन स्टार न्यूज की रिपोर्ट के मुताबिक, 22 दिसंबर को बौगेन किल्ले से एक ग्रुप कार्टरेट आइलैंड पर क्रिसमस सेलिब्रेट करने के इरादे से निकला। लेकिन बीच में ही नाव टूट गई और आधे लोग डूब गए। इसके बाद बचे लोग समुद्र की लहरों से जूझते रहे।
आंखों के सामने मारे गए साथी
इस हादसे में बचे लोगों ने अपनी आंखों के सामने साथियों को मरते देखा। इसके बाद उन्होंने डेड बॉडीज को समुद्र में छोड़ दिया। सबसे दुःख की बात थी कि उनके साथ आए एक कपल की मौत के बाद उनका बच्चा जिंदा बच गया था। लेकिन कुछ दिनों बाद बच्चे की भी मौत हो गई। उनके पास खाने के लिए भी कुछ नहीं बचा था।
नारियल खाकर रहे जिंदा
बचाए गए लोगों में दो आदमी, एक महिला और एक 12 साल की लड़की शामिल है। इन चारों को 23 जनवरी को रेस्क्यू किया गया। चारों को तुरंत हॉस्पिटल ले जाया गया। जहां उनका इलाज चल रहा है। उन्होंने बताया कि मुश्किल हालात में उन्होंने सर्वाइव किया। उन्होंने अच्छी मछलियां खाई और जो भी चिड़िया पकड़ पाए, उसे कच्चा ही खा लिया। नारियल खाकर और बारिश का पानी और अपना पेशाब पीकर उन्होंने इतना समय निकाला।