सार
हरियाणा के हिसार में एक बैल के पेट से डॉक्टरों ने 80 केजी कचरा निकाला। इस खबर ने पर्यावरण में बढ़ रहे कचरे का जानवरों पर पड़ने वाले प्रभाव को लेकर लोगों को चिंतित कर दिया है।
हरियाणा: भारत के प्रधानमन्त्री नरेंद्र मोदी द्वारा सफाई को लेकर शुरू मुहीम की तारीफ पूरी दुनिया कर चुकी है। भारत में प्लास्टिक के इस्तेमाल पर भी बैन लगा दिया गया है। इसके बावजूद कई लोग सफाई को लेकर काफी लापरवाह हैं। सड़क के किनारे कचरे का अंबार लगा रहता है। नगर निगम की जिम्मेदारी होती है हर दिन इनके उठाव की, लेकिन कई बार इस तरफ से भी लापरवाही देखने को मिलती है। इसका खामियाजा ना सिर्फ पर्यावरण को उठाना पड़ता है बल्कि जानवर भी इससे प्रभावित होते हैं।
भारत में सड़कों पर गाय और बैल घूमते देखना आम बात है। लोग इन पालतू जानवरों को खुले में छोड़ देते हैं। मालिक ये देखने नहीं आते कि ये जानवर घास खा रहे हैं या जहर। सड़क किनारे पड़े कचरे के डिब्बे से खाने की तलाश में ये जानवर प्लास्टिक तक निगल जाते हैं। इसी का ताजा उदाहरण हरियाणा के हिसार से देखने को मिला।
जानकारी के मुताबिक, यहां कुछ लोगों ने सड़क किनारे घूम रहे एक सांड को पकड़ लिया। लोगों का कहना है कि ये सांड लोगों पर अटैक कर रहा था। सभी ने छड़ से सांड पर हमला कर दिया, जिसमें वो बुरी तरह घायल हो गया। उसके पेट का आधा हिस्सा फट गया। इसके बाद कुछ गौसेवकों की नजर उसपर पड़ी। उन लोगों ने बैल को डॉक्टर के पास पहुंचाया।
डॉक्टर्स ने जब सांड की जांच की तो पता चला कि उसके पेट में काफी कचरा भरा था। इसके बाद डॉक्टर्स में उसकी सर्जरी करने का फैसला किया। ऑपरेशन के दौरान डॉक्टर्स ने सांड के पेट से 80 केजी कचरा निकाला। इसमें प्लास्टिक बैग, पानी की बोतलें और ढक्कन शामिल थे। ये कचरा बैल के पेट में जमा था।
डॉक्टर्स के मुताबिक, इससे बैल की मौत भी हो सकती थी। बता दें कि सड़क किनारे फेंके कचरे से कई जानवरों की मौत हो जाती है। ये जानवर खाने के साथ प्लास्टिक भी निगल जाते हैं, जिसके बाद खाना तो पच जाता है लेकिन प्लास्टिक पेट में जमा होती जाती है।