सार
कोरोना वायरस का खतरा लगातार बढ़ता ही जा रहा है। पूरी दुनिया में 18 लाख लोग इसके संक्रमण के शिकार हो चुके हैं। वहीं, 1.4 लाख लोगों की इससे मौत हो चुकी है। कोरोना का संक्रमण सबसे ज्यादा छोटे बच्चों और बुजुर्गों को होता है। इंग्लैंड के लिवरपूल में 6 महीने की एक बच्ची कोरोना से संक्रमित होकर मौत से जूझ रही है।
हटके डेस्क। कोरोना वायरस का खतरा लगातार बढ़ता ही जा रहा है। पूरी दुनिया में 18 लाख लोग इसके संक्रमण के शिकार हो चुके हैं। वहीं, 1.4 लाख लोगों की इससे मौत हो चुकी है। कोरोना का संक्रमण सबसे ज्यादा छोटे बच्चों और बुजुर्गों को होता है। इंग्लैंड के लिवरपूल में 6 महीने की एक बच्ची कोरोना से संक्रमित होकर मौत से जूझ रही है। एरिन बेट्स नाम की यह बच्ची जब पैदा हुई थी तो उसका वजन सामान्य से काफी कम था। इसके साथ ही उसे हार्ट की एक गंभीर बीमारी थी, जिस वजह से उसकी ओपन हार्ट सर्जरी करनी पड़ी थी। उसकी सांस की नली में भी परेशानी थी। महीनों के इलाज के बाद जब उसकी हालत में कुछ सुधार आया तो वह कोरोना के संक्रमण का शिकार हो गई।
लिवरपूल के एल्डर हे चिल्ड्रन हॉस्पिटल में है भर्ती
पिछले शुक्रवार को जांच में यह कन्फर्म हो गया कि उसे कोरोना का संक्रमण है। इसके बाद उसे लिवरपूल के एल्डर हे चिल्ड्रन हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया। पहले से ही उसकी हालत सही नहीं होने की वजह से डॉक्टरों ने उसे आईसीयू में भर्ती कर इलाज शुरू किया। उसके पूरे शरीर में तरह-तरह की मशीनें लगी हुई हैं। पॉजिटिव एयरवे प्रेशर (CPAP) मशीन के जरिए उसे ऑक्सीजन की सप्लाई की जा रही है। इसके अलावा, उसके पूरे शरीर में वायर, ट्यूब्स और दूसरे इक्विपमेंट लगे हुए हैं।
पेरेंट्स की सहमति से रिलीज की गई फोटो
इस बच्ची की एक फोटो उसके पेरेंट्स की सहमित से डॉक्टरों ने रिलीज की है, जिसे देखकर समझा जा सकता है कि बच्ची की हालत कितनी खराब है और वह किस तरह इस भयानक बीमारी से जूझ रही है। हॉस्पिटल के नियमों के मुताबिक, उसके पेरेंट्स में कोई एक ही उसके पास रह सकता है। उसकी मां एमा बेट्स बच्ची के साथ रह रही है। एमा बेट्स 29 साल की हैं, वहीं 32 साल के उसके पिता वायने ग्रेटर मैनचेस्टर के अपने घर में सेल्फ आइसोलेशन में रह रहे हैं, क्योंकि कोरोना के मरीज के संपर्क में आने के बाद बचाव के लिए ऐसा करना जरूरी है।
पेरेंट्स को बच्ची के ठीक हो जाने का है पूरा भरोसा
सेल्फ आइसोलेशन में रहते हुए भी बच्ची के पिता फोन और फेसटाइम वीडियो चैट के जरिए अपनी वाइफ के संपर्क में बने रहते हैं और बच्ची का हाल लेते रहते हैं। यह बच्ची उनकी शादी के 10 साल के बाद पैदा हुई। पहले डॉक्टरों ने कह दिया था कि एमा बेट्स को बच्चा नहीं हो सकता। लेकिन बाद में वह बिना किसी इलाज के ही प्रेग्नेंट हुईं। बच्ची के पेरेंट्स का कहना है कि बड़ी मुसीबतों के बाद वह पैदा हुई है। उन्हें पूरा भरोसा है कि डॉक्टर उसकी जान बचा लेंगे। उन्होंने नेशलन हेल्थ सर्विस (NHS) के डॉक्टरों और नर्सों की काफी प्रशंसा की है, जो बच्ची की जान बचाने के लिए लगातार हर संभव कोशिश कर रहे हैं।