सार
आंध्र प्रदेश के कसिबुग्गा शहर से एक तस्वीर सोशल मीडिया पर सामने आई। इसमें एक महिला पुलिसकर्मी लावारिस लाश को कंधे पर उठाकर ले जाती नजर आई। जब पूरा मामला सामने आया तो लोग पुलिसकर्मी की तारीफ करने लगे।
हटके डेस्क: इंसानियत से बड़ा कोई धर्म नहीं होता। जिन्दा इंसान के साथ तो आज के समय में लोग इतनी बुरी तरह बर्ताव करते हैं, तो जरा सोचिये कि लावारिस मुर्दे के साथ लोग क्या करेंगे। आंध्रप्रदेश के एक शहर में जब सड़क पर लोगों की नजर एक लावारिस लाश पर पड़ी तो कोई उसे छूने तक को तैयार नहीं था। लोग लाश की तस्वीर ले रहे थे लेकिन कोई उसे छू नहीं रहा था। तभी महिला पुलिसकर्मी आई। उसने जो किया, उसकी तारीफ हर कोई कर रहा है।
छूने से भी कतरा रहे थे लोग
मामला आंध्रप्रदेश के कसिबुग्गा शहर से सामने आया। यहां अडिवीकोथुरु गांव में लोगों की नजर अचानक खेतों के किनारे फेंकी गई लाश पर पड़ी। कोरोना काल में मिली इस लाश को देख कोई उसे छूने को तैयार नहीं था। अस्पताल भी उस जगह से 2 किलोमीटर दूर था। ऐसे में लाश कई घंटे तक वहीं पड़ी रही।
महिला पुलिसकर्मी ने दिखाया साहस
मामले की जानकारी थाने में दी गई। इसके बाद वहां सब इंस्पेक्टर सिरीशा पहुंची। उन्होंने आसपास के लोगों से शख्स की जानकारी मांगी लेकिन किसी ने उसे पहचाना नहीं। बेहद रिमोट इलाके में लाश मिलने के कारण उसे अस्पताल पहुँचाना भी मुश्किल था। ऐसे में महिला पुलिसकर्मी ने लाश को कंधे पर उठाया और पैदल चलकर दो किलोमीटर दूर ललिता चैरिटेबल ट्रस्ट तक पहुंचाया, जहां उसके अंतिम संस्कार की तैयारी की गई।
सबकी मिली तारीफ
महिला पुलिसकर्मी की तस्वीर सामने आने के बाद सभी ने उसकी तारीफ की। पुलिस महकमे ने भी इसके लिए सिरीशा की तारीफ की। आंध्रप्रदेश पुलिस डीजीपी गौतम सवांग ने कहा कि दो किलोमीटर तक लाश को कंधे पर टांगकर ले जाना वाकई उनकी इंसानियत दिखाता है। साथ ही उन्होंने इसके लीयते सिरीशा को इनाम देने की भी घोषणा की।