सार
चीन में एक अजीब ही घटना सामने आई है। वहां एक एयरपोर्ट पर मां-बाप ने अपने बच्चों को अकेला छोड़ दिया और खुद फ्लाइट में सवार होकर चले गए। दरअसल, कोरोना वायरस फैलने के कारण सभी एयरपोर्ट्स पर यात्रियों की सख्त जांच-पड़ताल चल रही है।
हटके डेस्क। चीन में लूनर न्यू ईयर पर लाखों की संख्या में लोग अपने घरों को वापस जाते हैं। इस दौरान वहां एक अजीब ही घटना सामने आई है। एक एयरपोर्ट पर मां-बाप ने अपने बच्चों को अकेला छोड़ दिया और खुद फ्लाइट में सवार होकर चले गए। दरअसल, कोरोना वायरस फैलने के कारण सभी एयरपोर्ट्स पर यात्रियों की सख्त जांच-पड़ताल चल रही है। जिन बच्चों को फ्लाइट में सवार होने से रोका गया, उन्हें फीवर था। जांच कर रहे स्वास्थ्यकर्मियों को यह शक था कहीं वे कोरोना वायरस के शिकार तो नहीं हैं। इसलिए उन्होंने बच्चों को फ्लाइट में सवार होने से रोक दिया। लेकिन गैरजिम्मेदार मां-बाप ने उनकी देखरेख करने और हॉस्पिटल में भर्ती करवाने की जगह उन्हें एयरपोर्ट पर अकेला छोड़ दिया।
सोशल मीडिया पर शेयर हुई घटना
यह घटना नानजिंग लुकोउ इंटरनेशनल एयरपोर्ट की है और 23 जनवरी को हुई। वहां मौजूद लोगों ने इस घटना को चीन के प्रमुख सोशल मीडिया वीबो पर शेयर कर दिया। वहां मौजूद लोगों का कहना था कि बच्चों के मां-बाप का व्यवहार बहुत ही गैरजिम्मेदाराना था और उन्होंने जांच करने वाले स्टाफ के साथ भी काफी बहस की। उनकी वजह से फ्लाइट लेट हो गई। आखिरकार, बच्चों के मां-बाप उन्हें छोड़ कर फ्लाइट में सवार हो गए।
एयरपोर्ट सिक्युरिटी स्टाफ से की लड़ाई
बच्चों के मां-बाप ने एयरपोर्ट सिक्युरिटी स्टाफ से भी काफी बहस और लड़ाई की। वे उन्हें फ्लाइट पर सवार होने से रोक रहे थे। बच्चों के मां-बाप का कहना था कि उन्हें किसी तरह की कोई बीमारी नहीं है, इसलिए उन्हें रोका नहीं जा सकता। उन्होंने सिक्युरिटी स्टाफ की बात नहीं मानी और छांगसू जाने वाली फ्लाइट में किसी तरह चढ़ने में सफल रहे।
दूसरे यात्रियों ने की शिकायत
बीमार बच्चों के मां-बाप की शिकायत दूसरे यात्रियों ने भी की। उनका कहना था कि उन बच्चों के पेरेंट्स द्वारा हंगामा करने से फ्लाइट तीन घंटे से भी ज्यादा लेट हो गई। यात्रियों ने कहा कि वे यह देख कर हैरान रह गए कि उन्होंने अपने बीमार बच्चों की जरा भी परवाह नहीं की। उन्होंने यह सोचने की कोई जरूरत नहीं समझी कि उनके चले जाने पर बच्चों की देखभाल कौन करेगा। बहरहाल, मां-बाप के चले जाने के बाद एयरपोर्ट का ग्राउंड स्टाफ उन बच्चों की देखभाल कर रहा है। बच्चों को जिनमें एक लड़का और एक लड़की है, अस्पताल में दाखिल करवाया जाएगा। लोग इस घटना से सकते में हैं और कह रहे हैं कि ऐसे मां-बाप नहीं देखे जो अपने बीमार बच्चों को बेसहारा छोड़ कर चले जाएं।