सार
माइक्रोसॉफ्ट, कानेर्गी मेलन और पेंसिल्वेनिया यूनिवर्सिटी ने संयुक्त रूप से एक स्टडी कर पाया कि इंकॉग्निटो मोड़ पर कुछ भी सर्च करने पर 93 प्रतिशत वेब पेज यूजर्स के डेटा लीक करते हैं।
न्यूयॉर्क: अगर आपको ऐसा लगता है कि दरवाजे बंद कर इंकॉग्निटो मोड पर पोर्न देखा जाए, तो किसी को पता नहीं चलता, तो आप गलत हैं।
लैपटॉप या स्मार्टफोन पर इस मोड में कुछ भी सर्च करने के बावजूद आपका डेटा थर्ड पार्टी तक पहुंचा दिया जाता है। ये बात माइक्रोसॉफ्ट, कानेर्गी मेलन और पेंसिल्वेनिया यूनिवर्सिटी के संयुक्त अध्यन में सामने आई। स्टडी करने के लिए वेबएक्सरे नाम की टेक्निक के जरिये लगभग साढ़े 22 हजार सेक्स वेबसाइट्स जांचे गए।
गैर-पोर्नोग्राफी-विशिष्ट सेवाओं में से, गूगल 74 प्रतिशत साइटों को ट्रैक करता है जबकि ओरेकल 24 प्रतिशत और फेसबुक 10 प्रतशित साइटों को ट्रैक करता है.
वहीं पोर्नोग्राफी-विशिष्ट ट्रैकरों में टॉप 10 हैं- ईएक्सओ क्लिक (40 प्रतिशत), जूसीएड (11 प्रतिशत) और इरो एडवरटाइजिंग (9 प्रतिशत)