सार

भारत के कुछ राज्यों में शराबबंदी की गई है। फिर भी लोग चोरी-छिपे शराब पीते हैं। लेकिन गुजरात के बनासकांठा जिले में स्थित एक गांव में लोगों ने शराब पर पूरी तरह बैन लगाने के लिए अनोखा तरीका अपनाया है। जिसका असर भी यहां साफ देखने को मिलता है। 

गुजरात: शराब पीना सेहत के लिए हानिकारक है। गुजरात के बनासकांठा जिले के खाटीसितारा गांव में शराब पीने वालों की शामत आ गई है। इस गांव में यदि किसी को शराब पीते पकड़ा गया तो उसे 20 से 25 हजार रुपये की चपत लग जाएगी। दरअसल, खाटीसितारा में शराब पीते पकड़े जाने पर पीने वाले को पूरे गांव को मटन करी पार्टी और बाटी खिलाना का नियम बनाया गया है। इसके अलावा उसे मौके पर ही 2,000 रुपये का जुर्माना भी चुकाना होगा।


असरदार साबित हुआ तरीका 
आदिवासी बहुल इस गांव में यह जुर्माना साल 2013-14 में शुरू किया गया था। गांववालों ने यह महसूस किया कि गांव में शराब पीने की बढ़ती लत गंभीर समस्या बन चुकी है। इसके अलावा शराब पीने वालों की बढ़ती तादाद की वजह से गांव में हिंसा और हत्‍या की घटनाएं काफी बढ़ गई थीं। इसी को देखते हुए गांव वालों ने यह जुर्माना लगाने का निर्णय लिया। गांव के सरपंच खिमजी दुंगइसा बताते हैं कि, अगर कोई शराब पीते पकड़ा गया तो उसपर 2,000 रुपये जुर्माना लगाया जाता है।


मटन करी की पार्टी 
उन्होंने कहा कि अगर कोई शराब पीने के बाद विवाद करता है तो उस पर 5,000 रुपये का जुर्माना लगता है। इसके अलावा उसे गांव के 750-800 लोगों को बोकडू (मटन करी और बाटी) खिलाना पड़ता है जिसका खर्च लगभग 20 हजार रुपये आता है। गांव वालों की इस सख्‍ती का असर भी दिखने लगा है और गांव में अपराध काफी कम हो गए हैं।