सार

दुनिया में ऐसे जहरीले जीवों की कमी नहीं है, जिनके काटने से इंसान की जान तुरंत जा सकती है। लेकिन इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में पाई जाने वाली एक मछली तो ऐसी है कि उसे छूने भर से पल भर में किसी की मौत हो सकती है। इसके विष को सायनाइड से भी जहरीला माना गया है। 

हटके डेस्क। दुनिया में ऐसे जहरीले जीवों की कमी नहीं है, जिनके काटने से इंसान की जान तुरंत जा सकती है। लेकिन इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में पाई जाने वाली एक मछली तो ऐसी है कि उसे छूने भर से ही पल भर में किसी की मौत हो सकती है। इसके विष को सायनाइड से भी जहरीला माना गया है। यह स्टोन फिश है, जो इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में पाई जाती है। इसे स्टोन फिश इसलिए कहते हैं कि देखने में बिल्कुल पत्थर की तरह लगती है। वैज्ञानिकों का कहना है कि जो जहर यह मछली छोड़ती है, उसकी एक बूंद भी किसी शहर के सभी लोगों की जान लेने के लिए काफी है। 

पाई जाती है इन समुद्रों में
यह मछली हिंद महासागर, रेड सी, फारस की खाड़ी, अरब सागर, बंगाल की खाड़ी और अंडमान के समुद्र में भी पाई जाती है। इन समुद्रों में जाने वाले लोगों को इससे सावधान रहना पड़ता है। अगर धोखे से भी कोई इसकी चपेट में आ गया तो उसकी जान जानी तय है। चूंकि देखने में यह मछली बिल्कुल पत्थर की तरह लगती है, इसलिए लोग इसके शिकार हो जाते हैं। 

दबाव पड़ने पर छोड़ती है जहर
यह मछली ऐसे अपना जहर नहीं छोड़ती। जब इसके शरीर पर किसी तरह का दबाव पड़ता है, तभी यह जहर छोड़ती है। यह बहुत तेज स्पीड से जहर छोड़ती है। वैज्ञानिकों का कहना है कि यह छूते ही 0.5 सेकंड में जहर छोड़ देती है। आम तौर पर इसके जहर के संपर्क में आने वाले किसी जीव या इंसान की जान बचती तो नहीं, लेकिन अगर किसी खास अंग पर असर पड़ा हो और ज्यादा देर नहीं हुई हो तो उस अंग को काट कर अलग करने पर जान बचाने की कोशिश की जा सकती है। लेकिन आज तक इस मछली के जहर का शिकार होने वाले किसी शख्स को बचाया नहीं जा सका है।