सार
नीदरलैंड ने दुनिया के सामने मिसाल पेश कर दी है। इस देश में क्राइम रेट इतना घट गया है कि यहां जेल में कैदियों की किल्लत हो गई है। हालत ऐसी हो गई है कि यहां की जेलें बंद होने के कगार पर है। ऐसे में अब ये देश पड़ोसी देशों से कैदियों की डिमांड कर रहा है।
हटके डेस्क: दुनिया के हर देश में जेल बनाए जाते हैं। इनमें देश में हिंसा फ़ैलाने वाले लोगों को बंद कर रखा जाता है। उन्हें वहां टॉर्चर किया जाता है ताकि आगे से वो कभी भी अपराध ना करें। लेकिन दुनिया में एक ऐसा देश सामने आया है, जहां जेल वीरान हो गए हैं। यहां जेलों में कैदियों की कमी हो गई है। हालत ऐसी है कि देश में बाहर से कैदियों को मंगा कर रखा जा रहा है।
ये है जेलों के बंद होने की असली वजह
दरअसल, नीदरलैंड में जेल बंद होने की असली वजह है वहां का लो क्राइम रेट। यहां अगर कोई क्राइम करता है, तो उसे जेल से जल्दी निकाल कर समाज से जोड़ने की मुहीम शुरू कर दी जाती है। इस कारण वहां जेल में कैदियों की संख्या कम होती जा रही है। अब तो हालात ऐसे हैं कि यहां की जेलें खाली ही हो गई है। स्टडी में ये बात सामने आई थी कि 1 लाख की आबादी पर यहां सिर्फ 61 लोग ही अपराध करते हैं, वो भी इतने संगीन नहीं होते कि उन्हें लंबे समय तक जेल में रखा जाए।
पड़ोसी देशों से आ रहे कैदी
नीदरलैंड में जेल वीरान है। लेकिन उसके पड़ोस में बसे देश नार्वे में अपराध दर काफी ज्यादा है। ऐसे में अब नार्वे से कैदियों को नीदरलैंड भेजा जा रहा है। ऐसा 2015 से हो रहा है। दरअसल, नार्वे में अपराध इतना ज्यादा है कि वहां कैदियों को रखने के लिए जेल में जगह की कमी हो रही है। इस कारण उन्हें नार्वे से नीदरलैंड भेजा जा रहा है।
अगर बंद हुए जेल तो होगा ऐसा अंजाम
अगर नीदरलैंड के जेल बंद हो गए तो देश पर कई तरह के प्रभाव पड़ेंगे। अगर जेल बंद हुए त्यों वहां काम करने वाले लोग बेरोजगार हो जाएंगे। इसके बाद लगभग 2 हजार लोग नौकरी खो देंगे। हालांकि, कम क्राइम रेट की वजह से दुनिया में इस देश की काफी तारीफ हो रही है।