सार
आमतौर पर लोग लाशों से और खासकर कब्रिस्तान से दूर ही रहते हैं। लोगों को इनसे डर लगता है। लेकिन भारत में एक ऐसी जगह है, जहां बच्चे कब्रिस्तान में पढ़ाई करते हैं।
झारखंड: डेड बॉडी का नाम सुनते ही अजीब-सी फीलिंग आती है। अब जरा सोचिए उन बच्चों के बारे में जो इन लाशों के पास बैठकर पढ़ाई करते हैं। जी हां, झारखंड के एक स्कूल में ऐसा होता है। जहां बच्चे कब्रों के बीच बैठकर पढ़ाई करते हैं।
इस राज्य के लोहरदगा डिस्ट्रिक्ट में ऐसा नजारा देखने को मिलता है। यहां किस्को प्रखंड के कोचा गांव में एक सरकारी स्कूल में कमरे नहीं होने के कारण बच्चे कब्रिस्तान में पढ़ने को मजबूर हैं। इस स्कूल में मात्र एक कमरा है। ऐसे में बच्चे कब्र के ऊपर बैठकर पढ़ाई करते हैं।
जब कभी गांव में किसी की मौत होती है, तो स्कूल के टीचर्स इन बच्चों को कमरे में लेकर चले जाते हैं। इसके बाद जब तक लाश को दफनाया जाता है, बच्चे अंदर रहते हैं। फिर उन्हें बाहर निकाल दिया जाता है। स्कूल में पढ़ाने वाले टीचर्स का कहना है कि स्कूल में जगह नहीं होने के कारण उन्हें काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। लेकिन ना प्रशासन का ध्यान इधर जाता है ना शिक्षा विभाग का।