सार
पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव है। मतदान से कुछ दिन पहले सीएम ममता बनर्जी पर कथित रूप से हमला हुआ। कुछ लोग ममता से हमदर्दी जता रहे हैं तो कुछ इसे चुनावी स्टंट बता रहे हैं। इन सबके बीच सवाल प्रशांत किशोर पर खड़े हो रहे हैं।
नई दिल्ली. पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव है। मतदान से कुछ दिन पहले सीएम ममता बनर्जी पर कथित रूप से हमला हुआ। कुछ लोग ममता से हमदर्दी जता रहे हैं तो कुछ इसे चुनावी स्टंट बता रहे हैं। इन सबके बीच सवाल प्रशांत किशोर पर खड़े हो रहे हैं।
प्रशांत संभाल रहे हैं ममता का चुनावी कैंपेन
पश्चिम बंगाल चुनाव में प्रशांत किशोर की कंपनी I-PAC का करार TMC से हुआ है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, प्रशांत और उनकी टीम ममता बनर्जी के लिए चुनावी कैंपेन की प्लानिंग करते हैं। ऐसे में सोशल मीडिया पर पूछा जा रहा है कि क्या ममता पर हमला सिर्फ संयोग है या फिर प्रयोग, क्योंकि इससे पहले प्रशांत किशोर की टीम का करार चुनाव के दौरान केजरीवाल और जगन मोहन रेड्डी के साथ भी हुआ था, तब भी कुछ ऐसी ही घटनाएं हुई थीं।
केजरीवाल-सिसोदिया पर भी हुए थे हमले
ममता से पहले प्रशांत किशोर ने साल 2019 में अरविंद केजरीवाल की पार्टी 'आप' का I-PAC से करार हुआ था। केजरीवाल ने खुद इसकी जानकारी दी थी। जब केजरीवाल ने करार की घोषणा की थी, उससे 4 दिन पहले ही आप ने भाजपा कार्यकर्ताओं पर उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के घर में घुसकर हमला करने का आरोप लगाया था। वहीं मई 2019 में अरविंद केजरीवाल को एक शख्स ने थप्पड़ मार दिया था, जब वे दिल्ली के मोती नगर इलाके में लोकसभा चुनाव के लिए रोड शो कर रहे थे।
जगन मोहन पर भी चाकू से हमला हुआ था
ऐसी ही खबर साल अक्टूबर 2018 में भी आई थी। आंध्र प्रदेश में चुनाव के दौरान प्रशांत किशोर की कंपनी ने जगन मोहन रेड्डी का इलेक्शन मैनेजमेंट संभाला था। प्रशांत की ही टीम पूरा चुनावी कैंपेन देख रही थी। तब वाईएसआर कांग्रेस के मुखिया जगन मोहन रेड्डी पर चाकू से हमले की खबर आई थी। बता दें कि 20 दिनों के लिए चुनावी कैंपेन करने के लिए प्रशांत किशोर की कंपनी I-PAC को पेमेंट दी गई थी। चुनाव आयोग को दी गई जानकारी से इसका खुलासा हुआ था।
ममता पर कथित हमले को भाजपा के अलावा कांग्रेस ने भी चुनाव स्टंट बताया है। कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि ये सियासी पाखंड है। ममता दीदी ये सब जनता की सहानुभूति पाने के लिए कर रही हैं। चुनाव से पहले ममता बनर्जी ने इस तरह की नौटंकी करने का प्लान बनाया। उन्हें नंदीग्राम के नतीजों को पहले से एहसास हो गया है।