सार

कोरोना वायरस से दुनिया भर में सबसे ज्यादा अमेरिका प्रभावित है। यहां संक्रमण के मामले 6 लाख तक पहुंच गए हैं। जबकि 25 हजार से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। इन सब के बीच राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने विश्व स्वास्थ्य संगठन पर जानकारी छिपाने का आरोप लगाते हुए फंडिंग रोकने का ऐलान किया है। 
वाशिंगटन. चीन के वुहान शहर से शुरू हुआ कोरोना वायरस दुनिया भर में कहर बरपा रहा है। वायरस के संक्रमण से सबसे ज्यादा अमेरिका प्रभावित है। अमेरिका मौत और संक्रमण के मामले में दुनिया के देशों टॉप पर है। इस महामारी से अमेरिका में 25000 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। जबकि 6 लाख से अधिक लोग संक्रमित हैं। इन सब के बीच WHO से नाराज राष्ट्रपति ट्रंप ने उसकी फंडिंग रोकने का ऐलान कर दिया है।  

अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने मंगलवार को  WHO की फंडिंग रोकने का ऐलान करते हुए उन्होंने कहा कि WHO ने कोरोना की गंभीरता को तब तक छिपाया। जब तक इस महामारी ने पूरी दुनिया में पांव नहीं पसार लिए। अमेरिकी राष्ट्रपति ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि कोरोना वायरस फैलने की बात छिपाने और कुप्रबंधन में विश्व स्वास्थ्य संगठन की भूमिका की समीक्षा की जा रही है। 

हम विचार कर रहे हैं फंड का प्रयोग कहां होगा

ट्रंप ने कहा कि संगठन ने कोरोना की महामारी को लेकर पारदर्शिता नहीं बरती। अमेरिका ने पिछले साल 400 मिलियन अमेरिकी डॉलर दिए थे। उन्होंने कहा कि अब हम विचार करेंगे कि उस पैसे का क्या किया जाए, जो संयुक्त राष्ट्र संघ की इस संस्था को दिया जाता है। अमेरिकी राष्ट्रपति ने कोरोना वायरस को लेकर गहरी चिंता भी जताई। 

WHO पर ट्रंप का आरोप 

डब्लूएचओ उसका आकलन करने में फेल रहा। उन्होंने पत्रकारों से कहा, 'क्या WHO ने मेडिकल एक्सपर्ट के जरिए चीन के जमीनी हालात का आकलन किया। इस प्रकोप को उसके मूल स्थान पर ही सीमित किया जा सकता था और काफी कम जानें जातीं।' उन्होंने कहा कि हजारों जानें बच जातीं और विश्व की अर्थव्यवस्था को भी नुकसान नहीं पहुंचता। इसके बजाय WHO चीन के ऐक्शन का बचाव ही करता रहा।

कुछ दिन पहले दी थी धमकी 

कुछ दिन पहले ट्रंप ने विश्व स्वास्थ्य संगठन पर चीन केंद्रित होने का आरोप लगाते हुए कहा था कि अमेरिका द्वारा दिए जाने वाले फंड को रोकने पर विचार किया जा रहा है। 

कोरोना रोकने में फेल ट्रंप की हो रही आलोचना

दुनिया में सबसे ज्यादा लोग अमेरिका में संक्रमित हैं। यहां संक्रमण का आंकड़ा 6 लाख तक पहुंच गया है। जबकि 25 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। ऐसे में ट्रंप अपने देश में कोरोना को फैलने से रोकने में नाकाम रहने को लेकर घिरे हैं और उनकी आलोचना हो रही है। समझा जा रहा है कि उन्होंने WHO को हालात के लिए दोषी ठहराकर खुद का बचाव करने की भी कोशिश की है।