सार
Bangladesh Crisis: कनाडा के बाद अब बांग्लादेश के साथ राजनयिक संबंधों में खटास आनी शुरू हो गई है। बांग्लादेश ने अपने डिप्लोमैट्स को वापस बुला लिया है। दो दिन पहले वाणिज्य दूतावास को बंद करने का फैसला किया था। बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार के खिलाफ त्रिपुरा में हुए प्रदर्शन के दौरान हाईकमिशन में तोड़फोड़ की गई थी। इसके बाद बांग्लादेश अंतरिम सरकार ने ढाका में भारतीय उच्चायुक्त को तलब किया था। उधर, एक दिन पहले बीएनपी ने ढाका में प्रदर्शन करते हुए भारतीय साड़ियों को जलाने के साथ ही इंडियन प्रोडक्ट्स के बायकॉट की अपील की थी।
अगरतला में बांग्लादेशी हाईकमीशन में हुई थी तोड़फोड़
बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे हमले के खिलाफ त्रिपुरा के अगरतला में प्रदर्शन हुए थे। 2 दिसंबर को हुए प्रदर्शन के दौरान उग्र लोगों ने बांग्लादेशी हाईकमीशन में तोड़फोड़ की थी। इसके अलावा कोलकाता में भी स्थित उप उच्चायोग के बाहर प्रदर्शन हुए थे। हाईकमीशन में तोड़फोड़ के बाद बांग्लादेश सरकार ने ढाका में भारतीय उच्चायुक्त को तलब किया। इसके अलावा अपने राजनयिकों को वापस बुलाने का फैसला लिया। बांग्लादेश ने कोलकाता के अपने एक्टिंग डिप्टी हाईकमिश्नर मोहम्मद अशरफुर रहमान को ढाका वापस बुला लिया है। रहमान ढाका पहुंच फॉरेन एडवाइजर तौहीद हुसैन से मुलाकात की। त्रिपुरा में डिप्टी हाईकमीशन के असिस्टेंट हाईकमिश्नर आरिफ मोहम्मद को भी वापस बुला लिया गया है।
इंडिया बायकॉट की राजनीति शुरू
बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी के महासचिव ने अपनी पत्नी का भारतीय साड़ी जलाने के साथ ऐलान किया कि मेड इन इंडिया प्रोडक्ट्स का बायकाट किया जाएगा। बांग्लादेश, भारत से आने वाली किसी भी सामान का बहिष्कार करेगा। बीएनपी के वरिष्ठ संयुक्त महासचिव रुहुल कबीर रिजवी ने ढाका में प्रदर्शन की अगुवाई करते हुए कहा कि भारत के त्रिपुरा में बांग्लादेश के सहायक उच्चायोग में तोड़फोड़ कर हमारे झंड़े को जलाया गया। हमारे राष्ट्रीय ध्वज को फाड़ना हमारा अपमान है। रिजवी ने अपील किया कि कोई भी बांग्लादेशी भारतीय सामानों को न खरीदे। पढ़िए पूरी खबर…