सार
वैज्ञानिकों ने कोरोना वायरस की चपेट में आए लोगों का पता लगाने के लिये एक नया ब्लूटूथ विकसित किया है, जो किसी व्यक्ति की निजता की सुरक्षा का पूरा ख्याल रखते हुए इस महामारी के प्रसार का विश्लेषण करने में विशेषज्ञों की मदद करेगा।
लंदन. वैज्ञानिकों ने कोरोना वायरस की चपेट में आए लोगों का पता लगाने के लिये एक नया ब्लूटूथ विकसित किया है, जो किसी व्यक्ति की निजता की सुरक्षा का पूरा ख्याल रखते हुए इस महामारी के प्रसार का विश्लेषण करने में विशेषज्ञों की मदद करेगा। ब्रिटेन में कोरोना वायरस से मंगलवार को 786 लोगों की मौत हो गई। पिछले दो दिन में मृतकों की संख्या कुछ घटी थी लेकिन मंगलवार को इसमें सबसे बड़ी तेजी देखी गई।
ब्रिटेन में कोरोना से 6159 की मौत
इससे पहले समाचार एजेंसी एएफपी ने ब्रिटेन के स्वास्थ्य मंत्रालय के हवाले से कहा कि 6 अप्रैल को शाम 5 बजे तक अस्पतालों में भर्ती कोरोना वायरस के पॉजिटिव मरीजों में 6,159 लोगों की मौत हो गई. सोमवार को यह आंकड़ा 5,373 था.
ब्लूटूथ सिस्टम में निजता का रखा गया है खयाल
ब्रिटेन के यूनिवर्सिटी कॉलेज लंदन (यूसीएल) के शोधकर्ताओं के अनुसार डीपी-3 टी ट्रेसिंग सिस्टम में निजता उच्चतर मानकों को अपनाया गया है।
- यूसीएल के माइकल वेआले ने कहा, 'इस बात को लेकर चिंताएं व्यक्त की जा रही हैं कि कई देशों में सरकारें ब्लूटूथ ट्रेसिंग से लोगों की निगरानी कर सकती हैं। खासकर उन देशों में जहां कमजोर निजता कानून और मानवाधिकार को लेकर चिंताएं हैं।' वेआले ने कहा, 'हमने एक व्यावहारिक समाधान विकसित किया है जो कोविड-19 मरीज के संपर्क में आए किसी व्यक्ति का पता लगाने में मदद कर सकता है। इसमें यह सुनिश्चित किया गया है कि उपयोगकर्ता की जानकारी सार्वजनिक न हो।'