सार
न्यूयॉर्क के ब्रुकलिन(Brooklyn subway shooting) में मंगलवार को एक मेट्रो स्टेशन पर फायरिंग करने वाले हमलावर 62 साल के फ्रैंक जेम्स(Frank James) को पकड़वाने वाले सीरियाई युवक को लोग हीरो कह रहे हैं। उसके लिए इनामी राशि डबल करने की मांग उठने लगी है।
वर्ल्ड न्यूज. न्यूयॉर्क के ब्रुकलिन(Brooklyn subway shooting) में मंगलवार को मेट्रो स्टेशन पर फायरिंग करने वाले हमलावर को पुलिस ने धर दबोचा। उसने पकड़ने जाने पर कोई विरोध नहीं किया। पुलिस ने उसे पकड़ने के लिए 50000 डॉलर का इनाम रखा था। बता दें कि हमलावर ने 33 राउंड फायरिंग की थी। 62 वर्षीय हमलावर ने न्यूयॉर्क के मेयर को भी धमकी दी थी। जेम्स(Frank James) को पकड़वाने वाले सीरियाई युवक को लोग हीरो कह रहे हैं। उसके लिए इनामी राशि डबल करने की मांग उठने लगी है।
लोग बोले-हीरो है, इसे 50000 नहीं, 1 लाख डॉलर इनाम दो
न्यूयॉर्क के ब्रुकलिन(Brooklyn subway shooting) में मंगलवार को एक मेट्रो स्टेशन पर फायरिंग करने वाले हमलावर 62 साल के फ्रैंक जेम्स(Frank James) को अपनी जान पर खेलकर पकड़ने वाले 21 साल के युवक को हीरो के तौर पर सराहा जा रहा है। मूलत: सीरिया निवासी जैच तहान(Zach Tahhan) यहां न्यूजर्सी में रहते हैं। हमलावर को पकड़वाने के बाद लोगों ने उनका जबर्दस्त उत्साह बढ़ाया। लोगों ने कहा- 'उस आदमी(जैच) को $50,000 नहीं, $100,000 का इनाम दो! न्यूयार्क पुलिस डिपार्टमेंट(New York City Police Department-NYPD) ने भी जैच को हीरो कहा।
हमलावर को देखकर चिल्लाना शुरू कर दिया
जैच तहान ने अमेरिकी मीडिया डेलीमेलडॉटकॉम(DailyMail.com) को बताया कि जब वह ईस्ट विलेज में एक सुविधा स्टोर(convenience store)सैफी हार्डवेयर और गार्डन स्टोर के बाहर एक कैमरा ठीक कर रहे थे, तभी उनकी नजर फ्रैंक जेम्स पर पड़ी। इसके साथ ही जैच ने शोर मचा दिया। मैका सुरक्षा एंटीग्रेटर्स( MACA security integrators) के लिए काम करने वाले तहान ने बताया कि पहले तो लोगों ने उन्हें चिल्लाते देखकर पागल समझा, लेकिन वे हमलावर के पीछे भागे। जबकि दुकानदार ने एक रेड लाइट पर रुके पुलिस क्रूजर को हाथ से रोका।
जेम्स ने खुद किया था कॉल
इधर सूत्रों के हवाले से न्यूयॉर्क टाइम्स ने खुलासा किया कि हमलावर जेम्स ने खुद 911 पर कॉल करते हुए कहा था-''मुझे लगता है कि आप मुझे ढूंढ रहे हैं।'' जेम्स ने पकड़े जाने का कोई विरोध नहीं किया। उसे फर्स्ट एवेन्यू पर तीन पुलिसवालों ने धर दबोचा। चश्मदीदों ने बताया कि कैसे बंदूकधारी ने सुबह 8.24 बजे स्लो स्पीड ट्रेन में शांति से गैस मास्क लगाया और फिर गाड़ी पर एक धुआं ग्रेनेड(smoke grenade) फेंका, जिससे यात्रियों में हड़कंप मच गया।