सार
चीन के नीति नियंताओं का मानना है कि चीन के युवाओं में लड़कियों वाले शौक डेवलप कर रहे हैं। चीन ने इसके लिए बीते दिसंबर में अजीबोगरीब आदेश दिया था कि युवा चीनी पुरुषों से कम "स्त्री" और अधिक "मर्दाना" होने का आग्रह किया गया था।
बीजिंग। चीन की संसद एक अनोखा कानून लाने जा रही है। युवा या बच्चे अगर कोई अपराध करते हैं तो उनके माता-पिता को सरकार दंडित करेगी। इस कानून के आने के बाद अपराध करने वाले युवाओं पर सामाजिक दबाव बन सकेगा। संसद अगर इस कानून को पास कर देती है तो बच्चों या युवाओं के द्वारा किए जा रहे गंभीर अपराधों पर गार्जियन को सजा का प्राविधान होगा।
क्यों बनाया जा रहा है कानून?
नेशनल पीपुल्स कांग्रेस (एनपीसी) के तहत लेजिस्लेटिव अफेयर्स कमिशन के प्रवक्ता जांग तिवेई ने कहा कि किशोरों के दुर्व्यवहार करने के कई कारण हैं और पारिवारिक शिक्षा की कमी या अनुपयुक्त पारिवारिक शिक्षा प्रमुख कारण है। यही नहीं शिक्षा के अभाव के साथ साथ कई बार स्कूलों या घरों पर मानसिक दबाव, आनलाइन गेम्स की लत भी किशोरों को अपराध और बुरे व्यवहार की ओर धकेल रही है।
आनलाइन गेम्स के लिए समय तय
चीन ने इस साल युवाओं की लत से निपटने के लिए आनलाइन गेम और इंटरनेट हस्तियों की अंध पूजा पर रोक लगाने के लिए सरकार ने आदेश दिया है। हाल के महीनों में, शिक्षा मंत्रालय ने नाबालिगों के लिए गेमिंग घंटे सीमित कर दिए हैं, जिससे उन्हें केवल शुक्रवार, शनिवार और रविवार को एक घंटे के लिए ऑनलाइन गेम खेलने की अनुमति मिलती है।
मंत्रालय ने होमवर्क पर भी कटौती की है और सप्ताहांत और छुट्टियों के दौरान प्रमुख विषयों के लिए स्कूल के बाद ट्यूशन पर प्रतिबंध लगा दिया है।
चीनी युवाओं को सॉकर खेलने के लिए प्रोत्साहन
चीन के नीति नियंताओं का मानना है कि चीन के युवाओं में लड़कियों वाले शौक डेवलप कर रहे हैं। चीन ने इसके लिए बीते दिसंबर में अजीबोगरीब आदेश दिया था कि युवा चीनी पुरुषों से कम "स्त्री" और अधिक "मर्दाना" होने का आग्रह किया गया था। चीन ने इस आदेश में कहा कि "पुरुष किशोरों के नारीकरण को रोकने के प्रस्ताव" में चीन का शिक्षा मंत्रालय अब स्कूलों से सॉकर जैसे ऑन-कैंपस खेलों को बढ़ावा देगा।
चीन तैयार कर रहा है परिवार शिक्षा प्रोत्साहन कानून
चीन में परिवार शिक्षा प्रोत्साहन कानून का मसौदा तैयार किया जा रहा है। इसके तहत माता-पिता से अपने बच्चों को आराम करने, खेलने और व्यायाम करने के लिए समय तय करने का आग्रह किया गया है। इस कानून के बन जाने के बाद उन बच्चों के माता-पिता को दंडित किया जा सकता है जो बहुत ही बुरा व्यवहार करते हैं। बच्चे के बुरे व्यवहार पर अभिभावकों को फटकार लगाई जाएगी और परिवार शिक्षा मार्गदर्शन कार्यक्रमों के माध्यम चलने का आदेश दिया जाएगा। यही नहीं अपराध की श्रेणी उच्च होने पर दूसरा दंड भी तय किया जा सकता है।