सार

चीन ने 29 अप्रैल को अपने स्पेस स्टेशन हेवेनली प्लेस के लिए पहला माड्यूल लांच किया था। इस प्रोजेक्ट में चीन एक स्थायी स्पेस स्टेशन बनाने जा रहा है। स्थायी स्पेस स्टेशन में वैज्ञानिक रहकर अपना रिसर्च कर सकेंगे। इसी प्रोजेक्ट के पहले चरण में माड्यूल को लांगमार्च 5बी राकेट से अंतरिक्ष में भेजा गया था। 

वाशिंगटन। चीन ने अंतरिक्ष में जो राकेट भेजा था वह अनियंत्रित होकर पृथ्वी की ओर वापस आते वक्त नष्ट हो गया। पृथ्वी के वायुमंडल में प्रवेश करते ही चीन का विशालकाय राकेट नष्ट हो गया। इसका मलबा हिंद महासागर में गिरा है। यूएस के रक्षा मंत्रालय ने बताया कि वह राकेट को लगातार ट्रैक कर रहे थे।

स्पेस स्टेशन के लिए चीन ने लांच किया था माड्यूल
चीन ने 29 अप्रैल को अपने स्पेस स्टेशन हेवेनली प्लेस के लिए पहला माड्यूल लांच किया था। इस प्रोजेक्ट में चीन एक स्थायी स्पेस स्टेशन बनाने जा रहा है। स्थायी स्पेस स्टेशन में वैज्ञानिक रहकर अपना रिसर्च कर सकेंगे। इसी प्रोजेक्ट के पहले चरण में माड्यूल को लांगमार्च 5बी राकेट से अंतरिक्ष में भेजा गया था। 

इन क्षेत्रों में गिरने की आशंका थी

रॉकेट की ऊंचाई को देखते हुए इसके धरती पर प्रवेश करने का अनुमान लगाने में मुश्किलें आ रही थी। बताया जा रहा है कि अभी रॉकेट 41 डिग्री के भूमध्य रेखा के झुकाव पर घूम रहा था। रॉकेट का सबसे संभावित लैंडिंग जोन पानी रहा क्योंकि पृथ्वी की सतह का लगभग तीन-चैथाई हिस्सा महासागरों द्वारा कवर किया गया है। वैज्ञानिकों का कहना है कि मलबे का बसावट वाले इलाके पर गिरने की संभावना दस लाख में एक है।