सार
कोविड-19 के नए वेरिएंट ओमीक्रोन के बारे में अपडेट के लिए अमेरिकी प्रेसिडेंट जो बिडेन (US President Joe Biden) ने अपने मुख्य मेडिकल ऑफिसर डॉ. फॉसी को तलब किया था। डॉ.फॉसी ने प्रेसिडेंट बिडेन को दो सप्ताह में वायरस के बारे में महत्वपूर्ण जानकारियां सामने आने के प्रति आश्वस्त किया।
वाशिंगटन। दुनिया में दहशत फैलाने वाले ओमीक्रोन (Omicron) को लेकर अभी भी महत्वपूर्ण जानकारियां आनी शेष है। ओमीक्रोन वेरिएंट कितना संक्रामक है, किस स्तर तक यह खतरनाक है या कौन-कौन सी परेशानियां यह उत्पन्न कर सकता। इसको लेकर अभी जानकारियां सामने आने में कम से कम दो सप्ताह का समय लगेगा। अमेरिका के चीफ मेडिकल ऑफिसर डॉ.एंथोनी फॉसी (Dr.Anthony Fauci) ने आशा जताई है कि आने वाले महीने में वायरस के नए वेरिएंट के बारे में काफी कुछ दुनिया जान सकेगी।
डॉ.फॉसी ने यूएस प्रेसिडेंट को दी जानकारी
कोविड-19 के नए वेरिएंट ओमीक्रोन के बारे में अपडेट के लिए अमेरिकी प्रेसिडेंट जो बिडेन (US President Joe Biden) ने अपने मुख्य मेडिकल ऑफिसर डॉ. फॉसी को तलब किया था। डॉ.फॉसी ने प्रेसिडेंट बिडेन को दो सप्ताह में वायरस के बारे में महत्वपूर्ण जानकारियां सामने आने के प्रति आश्वस्त किया।
बूस्टर डोज का दिया विकल्प
डॉ. फॉसी ने कहा कि मौजूदा वैक्सीन कोविड-19 (Covid-19) से सुरक्षा मिल सकता है। दोनों डोज लगवाने वाले काफी हद तक कोरोना से सुरक्षित हैं। हालांकि, बूस्टर डोज (booster dose) को भी विकल्प के रूप में लगवाया जा सकता है। इससे अतिरिक्त सुरक्षा मिल सकेगी। उन्होंने जोर दिया कि जिन लोगों को वैक्सीन के दोनों डोज लगे हैं उनको अगर बूस्टर डोज लगें तो यह कोरोना के खिलाफ सबसे बेहतर सुरक्षा होगी।
बूस्टर डोज लगवाने में न बरतें कोताही
कोविड रिस्पॉन्स टीम (US Covid response team) ने भी यही सुझाव दिया है कि सभी वैक्सीनेटेड लोगों को जल्दी से जल्दी बूस्टर शॉट लगा दिया जाए। 6 महीने पहले फाइजर और मॉर्डना की वैक्सीन लगवाने वाले या दो महीने पहले जॉनसन एंड जॉनसन की वैक्सीन डोज लेने वाले सभी वयस्क बूस्टर डोज ले सकते हैं।
साउथ अफ्रीका में मिला ओमिक्रॉन वेरिएंट
कोविड-19 का नया वेरिएंट ओमिक्रॉन (B.1.1.529) सबसे पहले साउथ अफ्रीका में मिला है। वैज्ञानिकों के अनुसार इस वेरिएंट के 50 प्रकार के म्यूटेशन है, इसमें से 30 इसके स्पाइक प्रोटीन में हैं। यह डेल्टा वेरिएंट से भी खतरनाक बताया जा रहा है।
एक सप्ताह में 200 प्रतिशत तक बढ़े केस
ओमिक्रान की वजह से एक सप्ताह के भीतर साउथ अफ्रीका में केसस 200 प्रतिशत तब बढ़ चुके हैं। अफ्रीका के बाद यह वेरिएंट हांगकांग, इजराइल, बोत्सवाना, बेल्जियम तक फैल चुका है।
वैक्सीन कितना होगा प्रभावी, असमंजस में दुनिया
दुनिया के सभी वैक्सीन को चीन में मिले मूल वायरस के हिसाब से बनाया गया है, लेकिन ये स्ट्रैन उस मूल वायरस से अलग है। ऐसे में आशंका जताई जा रही है कि इस वेरिएंट पर मौजूदा वैक्सीन कम इफेक्टिव रह सकती हैं यानी उनकी एफिकेसी कम हो सकती है। हालांकि, रिसर्च में यह कहा जा रहा है कि वैक्सीन इस वेरिएंट के लिए भी प्रभावी है।
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