सार
शुक्रवार को शुरू हुए 18 वें एनएएम शिखर सम्मेलन के मौके पर इसके 120 सदस्य देशों के प्रमुख यहां आए हुए हैं। भारत एनएएम का संस्थापक सदस्य है, जो विश्व नेताओं के सबसे बड़े मंचों में से एक है।
बाकू. विदेश मंत्री एस जयशंकर ने शनिवार को यहां गुट निरपेक्ष आंदोलन (एनएएम) शिखर सम्मेलन से इतर कुवैत और बहरीन के अपने समकक्षों के साथ मुलाकात की। शुक्रवार को शुरू हुए 18 वें एनएएम शिखर सम्मेलन के मौके पर इसके 120 सदस्य देशों के प्रमुख यहां आए हुए हैं। भारत एनएएम का संस्थापक सदस्य है, जो विश्व नेताओं के सबसे बड़े मंचों में से एक है।
ट्वीट कर दी जानकारी
जयशंकर ने ट्वीट किया, ‘‘कुवैत के विदेश मंत्री शेख सबा खालिद अल-हमद अल-सबा के साथ मैत्रीपूर्ण मुलाकात की। हमारी ऐतिहासिक दोस्ती और मजबूत द्विपक्षीय संबंधों का गहरा महत्व है।’’ कुवैत भारत का एक महत्वपूर्ण व्यापारिक भागीदार है। 2017-18 में, कुवैत भारत का नौवां सबसे बड़ा तेल आपूर्तिकर्ता था और यह भारत की ऊर्जा जरूरतों का लगभग 4.63 प्रतिशत पूरा करता है।
दूसेर ट्वीट में किया धन्यवाद
कुवैत में स्थित भारतीय दूतावास के अनुसार, इस तेल समृद्ध देश में कानूनी रूप से रहने वाले भारतीय नागरिकों की संख्या आठ लाख के आंकड़े को पार कर गई है। जयशंकर ने एक अन्य ट्वीट में कहा, ‘‘बहरीन के विदेश मंत्री खालिद अल खलीफा से मुलाकात कर बहुत अच्छा लगा। हमेशा की तरह गर्मजोशी भरा।’’
भारत और बहरीन के बीच राजनीतिक, आर्थिक और सांस्कृतिक क्षेत्रों में सौहार्दपूर्ण आदान-प्रदान के साथ दोनों देशों के बीच उत्कृष्ट द्विपक्षीय संबंध हैं। बहरीन स्थित भारतीय दूतावास के अनुसार, इस देश में लगभग 3,50,000 भारतीय नागरिक रहते हैं।
(यह खबर समाचार एजेंसी भाषा की है, एशियानेट हिंदी टीम ने सिर्फ हेडलाइन में बदलाव किया है।)