सार
देश में आगामी अगस्त महीने में होने वाले आम चुनावों को देखते हुए पीएमएल-एन के प्रमुख देश लौट रहे हैं। उनके द्वारा ही कैंडिडेट्स की अंतिम लिस्ट फाइनल की जानी है। उन्होंने बताया कि देश में आम चुनाव अपने तय समय पर ही होंगे। पूर्व पीएम इमरान खान के अनुसार चुनाव नहीं कराए जा सकते।
Nawaz Sharif Pakistan return: पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ अगले महीने लंदन से स्वदेश लौट रहे हैं। इमरान खान के सत्ता में रहते हुए नवाज शरीफ इलाज के बहाने इंग्लैंड चले गए थे और तीन साल से वहीं थे। बीते दिनों उनके छोटे भाई शहबाज शरीफ के प्रधानमंत्री बनने के बाद उनके देश लौटने का रास्ता साफ हो गया था। वह तीन साल से पाकिस्तान से बाहर थे।
चार सप्ताह के लिए गए लेकिन तीन साल तक नहीं लौटे
पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) के सुप्रीमो पूर्व पीएम नवाज शरीफ, नवम्बर 2019 में लंदन इलाज कराने के लिए गए थे। 72 वर्षीय नवाज को लाहौर हाईकोर्ट ने चार सप्ताह के लिए विदेश जाने की इजाजत दी थी। नवाज शरीफ पर भ्रष्टाचार के आरोप में सजा हुई थी। जेल की सजा होने के दौरान बीमारी का इलाज कराने के लिए छूट दी गई थी। लेकिन चार सप्ताह के लिए विदेश गए नवाज शरीफ पूरे तीन साल तक वापस नहीं लौटे। अब जब पाकिस्तान में उनकी पार्टी की सरकार बन चुकी है तो उन्होंने वापस आने की सहमति जताई है।
पाकिस्तान सरकार ने मंत्री ने दी जानकारी
पाकिस्तान के आर्थिक मामलों के मंत्री अयाज सादिक ने मंगलवार को एक टीवी टॉक शो में जानकारी दी कि नवाज शरीफ अगले महीने पाकिस्तान लौट रहे हैं। शरीफ के वापसी की जानकारी देते हुए सादिक ने बताया कि नवाज शरीफ जनवरी 2023 में पाकिस्तान वापस आ जाएंगे। देश में आगामी अगस्त महीने में होने वाले आम चुनावों को देखते हुए पीएमएल-एन के प्रमुख देश लौट रहे हैं। उनके द्वारा ही कैंडिडेट्स की अंतिम लिस्ट फाइनल की जानी है। उन्होंने बताया कि देश में आम चुनाव अपने तय समय पर ही होंगे। पूर्व पीएम इमरान खान के अनुसार चुनाव नहीं कराए जा सकते।
2018 में हुई थी नवाज शरीफ को सजा
पूर्व पीएम नवाज शरीफ को एक मामले में हाईकोर्ट ने 11 साल की सजा सुनाई थी। कोर्ट ने शरीफ को अल-अजीजिया स्टील मिल्स मामले में सात साल की जेल की सजा सुनाई थी। जबकि एवेनफील्ड संपत्ति मामले में 8 मिलियन जुर्माना के साथ सजा भी सुनाई थी। इस तरह कुल 11 साल की सजा उनको सुनाई गई। हालांकि, लाहौर हाईकोर्ट ने 2019 में उनको इलाज के लिए विदेश जाने की अनुमति देते हुए सजा को सस्पेंड कर दिया था। 'पंजाब के शेर' के रूप में जाने जाने वाले शरीफ राजनीतिक रूप से अस्थिर पाकिस्तान में रिकॉर्ड तीन बार प्रधानमंत्री बने। शरीफ परिवार पाकिस्तान का सबसे शक्तिशाली राजनैतिक परिवारों में एक है।