सार

मैक्रां ने कहा कि यूरोप को अमेरिका पर अपनी निर्भरता कम करनी चाहिए। हमें ताइवान को लेकर चीन और अमेरिका के बीच टकराव में घसीटे जाने से बचना चाहिए।

Emanuel Macron slams America for world disputes: वन चाइना पॉलिसी की चीन की रणनीति पर अमेरिका के समर्थक देशों में भी फूट पड़नी शुरू हो गई है। फ्रांस ने ताइवान मुद्दे पर अमेरिका का साथ छोड़ते हुए चीन का समर्थन किया है। फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रां ने कहा कि ताइवान को लेकर उनका स्टैंड साफ है। चीन की वन चाइना पॉलिसी के समर्थन में फ्रांस है। अमेरिका सहयोगी होने का मतलब उसका जागीरदार होना नहीं होता है। हम अपनी पॉलिसी तय करने में सक्षम हैं और निर्णय लेने के लिए स्वतंत्र। इमैनुएल मैक्रां ने कहा कि वह चीन में दिए गए अपने बयान पर कायम हैं। ताइवान में यथास्थिति को लेकर फ्रांस का पूरा समर्थन है। हम चीन की वन चाइन पॉलिसी का पूरी तरह समर्थन करते हैं।

तीन दिन की चीन यात्रा पर गए थे मैक्रां, अमेरिका पर आत्मनिर्भरता कम करने का दिया था संकेत

बीते पांच अप्रैल को फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रां तीन दिनों की चीन यात्रा पर गए थे। यहां उन्होंने चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग से भी मुलाकात की थी। दोनों देशों ने ट्रेड, इकोनॉमी सहित ताइवान विवाद पर भी बातचीत की थी। मीटिंग के बाद मैक्रां ने अमेरिका पर परोक्ष रूप से कटाक्ष करने के साथ यूरोप को नसीहत भी दी थी। मैक्रां ने कहा कि यूरोप को अमेरिका पर अपनी निर्भरता कम करनी चाहिए। हमें ताइवान को लेकर चीन और अमेरिका के बीच टकराव में घसीटे जाने से बचना चाहिए।

उन्होंने कहा कि यूरोप हमेशा उन लड़ाइयों में फंस जाता है जो उसकी है भी नहीं। इस वजह से हम कभी भी अपने रणनीतिक हितों को देखते हुए फैसले नहीं ले पाते हैं। यूरोप के लीडर्स को ये सोचना चाहिए कि ताइवान से जुड़े विवाद को और बढ़ाना हमारे हित में नहीं है। इमैनुएल मैक्रां ने कहा कि हम यूक्रेन में भी समस्या का समाधान नहीं कर सकते। ऐसे में हम ताइवान से ये किस बल पर दावा करते हुए कहेंगे कि अगर कुछ गलत होता है तो हम उनके लिए मौजूद रहेंगे। ये सिर्फ तनाव बढ़ाने का तरीका है।

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