सार

हैती में हुए हादसे में घायलों का इलाज करने के लिए अस्पताल भी कम पड़ गए हैं। जस्टिनियन हॉस्पिटल ने एक बयान में कहा कि हमारे पास इतनी बड़ी तादाद में जले हुए लोगों के इलाज का इंतजाम नहीं है।
 

पोर्ट ओ प्रिंस। दुनिया के सबसे तबाह देशों में एक हैती (Haiti) में फिर एक बार बड़ा हादसा हो गया। इस कैरेबियन देश में फ्यूल टैंकर पलटने के बाद तेल की लूट के दौरान हुए विस्फोट में कम से कम 50 लोगों के मारे जाने की सूचना है। इस दुर्घटना में काफी संख्या में लोग घायल हुए हैं। आलम यह है कि शहर में घायलों का इलाज करने के लिए अस्पताल कम पड़ गए हैं। सरकार ने तीन दिन का राष्ट्रीय शोक घोषित किया है। 

फ्यूल टैंकर पलटा, पड़ गई लूट और...

हैती के शहर केप हैतियन (Cape Haitian) में मंगलवार को एक फ्यूल टैंकर पलट गया। इससे बिखरे तेल को लेने सैकड़ों लोग जमा हो गए। जब ये लोग कंटेनर्स में भर रहे थे, उसी वक्त टैंकर में धमाके के साथ आग लग गई। घटना में 50 लोगों के मारे जाने की पुष्टि हो चुकी है। मेयर ने बताया कि एक तेज रफ्तार टैंकर मेन रोड पर पलट गया था। इसमें से तेल रिस रहा था। कई लोग इसे कलेक्ट करने के लिए छोटे कंटेनर्स लेकर पहुंचे। इसी दौरान टैंकर में धमाका हो गया। कैप हैतियन के मेयर पैट्रिक अल्मोर ने कहा कि उन्होंने 50 जले हुए शव देखे हैं। प्रधानमंत्री एरिल हेनरी ने कहा कि ज्यादातर शव काफी जल चुके हैं, इसलिए इनकी पहचान भी फिलहाल मुश्किल है। 

अस्पतालों में कम पड़ी जगह

हैती में हुए हादसे में घायलों का इलाज करने के लिए अस्पताल भी कम पड़ गए हैं। जस्टिनियन हॉस्पिटल ने एक बयान में कहा कि हमारे पास इतनी बड़ी तादाद में जले हुए लोगों के इलाज का इंतजाम नहीं है।

मुफ्त के चक्कर में गंवाई जानें

टैंकर पलटने के बाद लोगों को लगा कि वे यहां से मुफ्त में तेल ले जा सकते हैं। बदकिस्मती से उसी वक्त धमाका हुआ और आग लग गई।

न बिजली, न पानी, बेहद खराब स्तर है हैती का

दरअसल, हैती में बिजली की भारी किल्लत है। इसलिए लोग जेनरेटर्स के भरोसे ज्यादा रहते हैं। इसमें फ्यूल की जरूरत होती है। बिजली की कमी की वजह से राजधानी पोर्ट-ओ-प्रिंस में भी कुछ ही घंटे बिजली रहती है। यहां फ्यूल माफिया भी काफी सक्रिय है। बिजली और फ्यूल की कमी का असर वॉटर सप्लाई पर भी पड़ा है। गैसोलिन भी बेहद महंगी है। 

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