दुनियाभर में शुद्ध पानी की कमी आपदा और युद्ध से भी अधिक भयावह है। इसकी कमी के चलते तमाम देश जलसंकट का सामना कर रहे है। कुछ रिपोर्ट्स के अनुसार रोजाना अशुद्ध पेयजल की वजह से ही दुनियाभर में 50 हजार लोगों की मौत हो रही है। हालांकि, भारत में शुद्ध पेयजल के लिए तमाम प्रयास किए जा रहे हैं। इसी के तहत नल से जल जैसी कई योजनाएं चालू की गई हैं।
नई दिल्ली। प्राकृतिकआपदाएंआतींहैं, लेकिनकुछसमयकेलिए अपनाअसरदिखातीहैंइसकेबादशांतहोजातीहैं। युद्ध भीकुछसमयतकचलताहै। उससे भी नुकसान होता है।लेकिन,समयबीतनेकेसाथसबकुछसामान्यहो जाताहै। लेकिन इन सबसे कहीं ज्यादा दिक्कत पैदा करने वाली समस्या असुरक्षित और अशुद्ध पेयजल की है। पूरी दुनिया इससे जूझ रही है। शायद ही आपने कभी सोचा हो कि अशुद्ध पेयजल से हर रोज दुनियाभर में 50 हजार तक मौतें हो रही हैं। संयुक्त राष्ट्र और डब्ल्यूएचओ की कुछ रिपोर्ट्स में यह जानकारी सामने आई है।
असुरक्षितपानीसेहोनेवालेप्रमुखरोग
असुरक्षितपानीसेहैजा, टाइफाइडऔरहेपेटाइटिस ए,डायरिया, पोलियोजैसीगंभीरबीमारीहोजातीहैं। जिससेबड़ीसंख्यामेंइंसानोंकीमौततकहोजातीहै। आपकोजानकारहैरानीहोगीकिआपदायायुद्धसेइतनी मौतेंनहींहोतीहैं, जितनीइनबीमारियोंसेमौतेंहोतीहै। यहआंकड़ेपीआरआईओऔरउप्सालासंघर्षडेटाकार्यक्रमकेसाथहीअन्तर्राष्ट्रीयबीमासंस्थानकेअनुसार असुरक्षितपानीसेसर्वाधिकप्रभावबच्चोंकोहोताहै।जो जलजनितरोगोंकेसंपर्कमेंशीघ्रआजातेहैं।
अफ्रीकामेंसबसेअधिकअसुरक्षितहैपानी
संयुक्तराष्ट्रऔरडब्ल्यूएचओकीसंयुक्तटीमद्वाराकी गईनिगरानीमेंपायागयाकिवर्तमानसमयमेंअफ्रीका मेंरहनेवालेलोगअसुरक्षितपानीकासेवनकररहेहैं। जबकिदक्षिणवमध्यअमेरिकाजिसमेंहैतीकोछोड़कर सभीदेशतीनचौथाईआबादीमेंरहरहेलोगोंकेलिए तीसमिनटकीदूरीपरसुरक्षितपानीउपलब्धहै।एपीएसीक्षेत्रलगभगतीनचौथाईलोगोंकोयहबुनियादीसेवाएंभीप्रदानकरताहै।
सुरक्षितपानीकास्त्रोत
जहांतकभारतकासवालहै, तोप्राचीनसमयसे भारतीयलोगकुंआ, झरनों, नदियोंआदिकापानीउपयोग मेंलातेथे, लेकिनसमयबीतनेकेसाथहीकुएंआदि समाप्तहोतेचलेगए।साथहीपर्यावरणमेंहोरहेबदलाव केकारणदेशमेंभू-गर्भजलस्तरभीकाफीनीचेचले जानेकेकारणअबभारतीयोंकोभीशुद्धपानीकेलिए अन्यस्त्रोतोंपरनिर्भरहोनापड़रहाहै।भारतनदियोंका देशहैनदियोंकेकिनारेबसेशहरोंवमोहल्लोंमेंरहने वालेलोगोंकोसुरक्षितपानीकीइतनीसमस्यानहींहोती है, जितनीनदियोंसेदूरदराजरहनेवालेलोगोंकोहोती है।
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असुरक्षितपानीसेहोनेवालीमौतोंपरएकनजर
द वर्ल्ड काउंट (The World count ) केअनुसारवर्ष 2022 मेंअभीतक असुरक्षितपानीपीनेसेपूरेविश्वमें 819,266 मौतेंहो चुकींहै, जिनमेंइसमाहमेंकेवल 241,397 औरइस सप्ताह 45,509 लोगोंकीमौतेंकेवलअसुरक्षितपानीसे होचुकीहै।आंकड़ेकेअनुसारएकमिनटमेंदोव्यक्ति योंकीमौतअसुरक्षितपानीकेसेवनसेहोरहींहैं।
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