सार

पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान (Imran Khan) ने अपने ही देश की सेना को 'दोगला'कहा है। इसके साथ ही उन्होंने कई और गालियां भी दी हैं। इमरान ने कहा कि पिछले दिनों हुए उपद्रव में उनकी पार्टी के लोग शामिल नहीं थे।

 

इस्लामाबाद। पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री और पीटीआई के चेयरमैन इमरान खान मंगलवार को गिरफ्तार होने के बाद शनिवार को पहली बार लाहौर स्थित अपने घर पहुंचे। इमरान खान की गिरफ्तारी के बाद उनके समर्थकों ने पूरे पाकिस्तान में उपद्रव किया था। लाहौर में सेना के कोर कमांडर के घर पर हमला किया गया था और घर को जला दिया गया।

इमरान खान ने शनिवार को वीडियो के जरिए देश को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने पाकिस्तान की सेना का जिक्र करते हुए गाली तक दी। राजनीति में सेना के हस्तक्षेप पर इमरान ने कहा कि राजनीति करने का इतना ही शौक है तो पार्टी क्यों नहीं बना लेते। इमरान खान ने उपद्रव में अपनी पार्टी के लोगों के शामिल होने से इनकार किया। पाकिस्तान के इतिहास में इमरान पहले ऐसे पीएम हैं जिन्होंने सेना पर इतना तीखा हमला किया है। उन्होंने सेना को दोगला तक कह दिया। इसके अलावा भी गाली दी।

इमरान खान बोले- ISPR साहेब जब आप पैदा भी नहीं हुए थे…

पाकिस्तानी सेना के प्रवक्ता ISPR का जिक्र करते हुए इमरान खान ने कहा, "आपने मुझे दोगला कहा। आप कहते हैं कि एक तरफ मैं कहता हूं कि फौज मेरी है, और दूसरी तरफ उसकी आलोचना करता हूं। आपने कहा कभी फौज को दुश्मन ने इतना नुकसान नहीं पहुंचाया, जितना मैंने पहुंचाया है। ISPR साहेब मेरी बात ध्यान से सुनें, आप जब पैदा नहीं हुए थे तब मैं अपने देश का दुनिया में प्रतिनिधित्व करता था। मैंने दुनिया में अपने मुल्क का सिर ऊंचा किया।"

 

 

दोगली गेम खेलती है पाकिस्तानी सेना

इमरान खान ने कहा, "आतंक के खिलाफ लड़ाई में पाकिस्तान की दुनिया में मिट्टी पलीद हुई। कहा गया कि फौज दोगली है। तब मुशर्रफ का सैन्य शासन था। कहा गया कि ये हमारे (अमेरिका से) से झूठ बोलती है। करती कुछ है, कहती कुछ है। डॉलर हमारे से लेती है और दोगली गेम खेलती है। डबल गेम, दोगला तब नाम इस्तेमाल होता था। पाकिस्तान में जब ओसामा बिन लादेन मारा गया तब विदेश में रह रहे पाकिस्तानियों पर क्या गुजरी, इसका आप अंदाजा नहीं लगा सकते। उन्होंने (अमेरिका) ने कहा कि पैसे हमसे ले रहे हैं और उसे (ओसामा बिन लादेन) अपने अकेडमी के पास पाला हुआ है।"

पाकिस्तान के पूर्व आर्मी चीफ जनरल कमर जावेद बाजवा का जिक्र करते हुए इमरान खान ने कहा, "आर्मी चीफ ने मेरी कमर में चाकू मारा, लेकिन पाकिस्तान के सबसे बदनाम मुजरिमों को आकर ऊपर बैठा दिया। क्या मेरी वजह से फौज को बुरा-भला कहा गया या उस आदमी की वजह से। उसने क्या समझा कि लोग बेवकूफ (इस शब्द की जगह पर इमरान ने गाली दी) हैं। क्या लोगों में अकल नहीं है?