शार्प क्लॉ (Sharp Claw) एक किलर रोबोट है। इस रोबोट को वायरलेस से कंट्रोल किया जा सकता है। यह एक हल्के मशीनगन से लैस है। मानव रहित डिलीवरी ट्रक के रूप में हथियारों से लैस MUL-200 वाहनों की भी तैनाती कर रहा है।
नई दिल्ली। भारत (India) और चीन (China) के बीच बार्डर (Border tension) पर तनाव कम नहीं हो पा रहा है। चीन की हरकतें लगातार दोनों देशों के बीच शांति समझौते पर असर डाल रही हैं। हालांकि, एलएसी (LAC) पर चीन के जवानों को ही निगरानी करने में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। भीषण ठंड में चीनी सैनिकों के पस्त होते हौसले को देखते हुए चीन ने अब बार्डर पर रोबोट तैनात करने शुरू कर दिए हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक अब चीन ने मशीन गन (Machine gun) से लैस रोबोट Robots) को बॉर्डर पर भेज रहा है। चीन बॉर्डर पर हथियारों की सप्लाई करने में जुटा हुआ है। मशीनगन से लैस ये रोबोट तिब्बत के ऊंचाई वाले इलाकों में गश्त कर रहे हैं।
कहीं से भी कंट्रोल किया जा सकता है रोबोट सैनिक को
शार्प क्लॉ (Sharp Claw) एक किलर रोबोट है। इस रोबोट को वायरलेस से कंट्रोल किया जा सकता है। यह एक हल्के मशीनगन से लैस है। मानव रहित डिलीवरी ट्रक के रूप में हथियारों से लैस MUL-200 वाहनों की भी तैनाती कर रहा है। चीन अब MUL-200 मानव रहित वाहनों के साथ सैनिकों की आपूर्ति कर रहा है, जबकि अपनी सेना को बंदूकें भी दे रहा है। दरअसल, सर्दियों के वक्त चीनी सेना को बॉर्डर पर टिके रहने में बेहद दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है इसीलिए बॉर्डर पर रोबोट सेना की तैनाती की जा रही है।
LAC पर भेज रहा है किलर रोबोट
चीन ने मानव रहित वाहनों के पूरक के लिए 70 VP-22 बख्तरबंद सैन्य वाहन भी बॉर्डर के पास भेजे हैं। कुल 150 लिंक्स ऑल-टेरेन वाहनों को सीमा पर भेजा गया है। लिंक्स को सेनाओं की एक विस्तृत श्रृंखला द्वारा नियोजित किया जाता है और अक्सर सैनिकों को ले जाने के लिए इसका इस्तेमाल किया जाता है। इसका इस्तेमाल हॉवित्जर, भारी मशीनगन, मोर्टार और मिसाइल लांचर जैसे कई तरह के आर्म सिस्टम को तैनात करने के लिए भी किया जाता है।
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