सार
तेहरान के हमले के बाद इजरायली सेना ने कहा कि हमने अधिकांश मिसाइलों को अपने क्षेत्र में घुसने से पहले ही रोक दिया।
ईरान-इजरायल युद्ध। ईरान ने इजरायल पर हमला कर दिया है। इसकी वजह से पूरी दुनिया में हड़कंप मच गया है। इस्लामिक देश ने 200 से अधिक शाहेद मिसाइल्स ड्रोन, क्रूज मिसाइल्स यहूदी देश पर दागे है। इस हमले के बाद भारत दोनों देशों के बीच बढ़ते हमले से गंभीर रूप से चिंतित है। इसे पश्चिम एशिया क्षेत्र में शांति और सुरक्षा के लिए खतरा मान रहा है।
हमले के कुछ घंटों बाद विदेश मंत्रालय ने एक बयान जारी कर कहा कि हम तत्काल तनाव कम करने, संयम बरतने, हिंसा से पीछे हटने और कूटनीति के रास्ते पर लौटने का आह्वान करते हैं। हम उभरती स्थिति पर करीब से नजर रख रहे हैं। क्षेत्र में हमारे दूतावास भारतीय समुदाय के साथ निकट संपर्क में हैं। यह महत्वपूर्ण है कि क्षेत्र में सुरक्षा और स्थिरता बनी हुई है।
तेहरान के हमले के बाद इजरायली सेना ने कहा कि हमने अधिकांश मिसाइलों को अपने क्षेत्र में घुसने से पहले ही रोक दिया। इस्लामिक देश ने ये हमला इसलिए किया क्योंकि बीते 1 अप्रैल को सीरिया की राजधानी दश्मिक में स्थित ईरानी दूतावास पर इजरायल ने हमला किया था। इस हमले में तेहरान के 2 टॉप के अधिकारी समेत कई IRGC के जवान मारे गए थे।
भारत की युद्ध को लेकर नीति
बता दें कि भारत किसी भी देश में होने वाले युद्ध को शांति से हल करने पर जोर देता है। वो चाहे रूस-यूक्रेन का युद्ध हो या इजरायल-हमास के बीच का। इंडिया हमेशा तटस्थता की नीति पर चलता है। बीते साल प्रधानमंत्री मोदी ने रूस यूक्रेन वॉर पर कहा था कि ये वक्त युद्ध का नहीं है। उन्होंने कई बार इंटरनेशनल स्टेज पर वॉर रोकने की बात कही है।
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