सार
हमास ने दो साल की तैयारी के बाद इजरायल पर हमला (Hamas attack on Israel) किया। मोसाद और सीआईए जैसी खुफिया एजेंसियों को इसकी भनक तक नहीं लगी।
तेल अवीव। फिलिस्तीनी आतंकी संगठन हमास ने शनिवार को इजरायल पर इतिहास का सबसे बड़ा हमला (Hamas attack on Israel) किया। 5000 रॉकेट दागे गए। आतंकी बाइक और पैराग्लाइडर का इस्तेमाल कर इजरायल में घुसे। जमीन से लेकर समुद्र तक से एक साथ घुसपैठ हुई। जिस सेना ने जंग के मैदान ने पूरे मध्यपूर्व को अकेले हराया वह देखती रह गई।
हमास के इस हमले से दुनिया की सबसे काबिल खुफिया एजेंसी मानी जाने वाली मोसाद और अमेरिकी खुफिआ एजेंसी सीआईए की खूब फजीहत हो रही है। सवाल उठ रहे हैं कि आतंकी इतने बड़े हमले की तैयारी कर रहे थे और इन खुफिया एजेंसियों को भनक क्यों नहीं लगी?
दो साल से हमास कर रहा था हमले की योजना पर काम
अब ऐसी जानकारी मिल रही है कि हमास दो साल से इस हमले की तैयारी कर रहा था। इसके लिए ईरान और अन्य देशों से गोला-बारूद और अन्य साजो-सामान मिले। हमास एक तरफ इजरायल को यह घुट्टी पिलाता रहा कि वह लड़ाई नहीं चाहता, दूसरी ओर हमले की तैयारी करता रहा।
इजरायल को विश्वास दिलाया गया कि वह गाजा के श्रमिकों को आर्थिक प्रोत्साहन देकर युद्ध से थके हुए हमास को कंट्रोल कर रहा है। दूसरी ओर हमास के एक करीबी सूत्र ने बताया है कि संगठन अपने लड़ाकों को ट्रेनिंग भी दे रहा था। हमास ने पिछले महीनों में इजरायल को गुमराह करने के लिए खुफिया रणनीति का इस्तेमाल किया। इससे इजरायल को आभास हुआ कि वह लड़ाई या टकराव के लिए तैयार नहीं है।
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जेसीबी से तोड़ा बाड़, जश्न के दौरान मची चीख पुकार
हमास ने हमले के लिए सात अक्टूबर का दिन चुना। इस दिन इजरायल में छुट्टियां थीं। लोग आने वाले खतरे से अंजान जन्न मना रहे थे। गाजा के पास म्यूजियम फेस्टिवल आयोजित किया गया था। हमास के आतंकियों ने जेसीबी की मदद से सीमा पर लगाए गए बाड़ को तोड़ा और इजरायल में घुस गए। आतंकी म्यूजियम फेस्टिवल में पहुंच गए और लाशें बीछा दीं।
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