सार
ईरान-इजरायल संघर्ष के बीच पश्चिम एशिया एक बार फिर युद्ध की आशंका से घिरा हुआ है। पिछले दिनों ईरान द्वारा इजरायल पर हवाई हमले तेज करने के बाद से यह क्षेत्र फिर से संघर्षग्रस्त हो गया है। इजरायल द्वारा ईरान को करारा जवाब देने की बात कही गई है और अमेरिका द्वारा आवश्यक समर्थन का वादा किया गया है, जिससे इस क्षेत्र में कभी भी हमला हो सकता है।
ईरान ने चेतावनी दी है कि अगर लेबनान और गाजा में इजरायल के हमले बंद नहीं हुए तो आगे भी हमले होंगे। ईरान ने यह भी स्पष्ट किया है कि हमास और हिजबुल्लाह नेताओं की हत्या का बदला लेने के लिए उसने इजरायल पर 200 से ज्यादा मिसाइलें दागी हैं। लेबनान पर इजरायल के लगातार हमलों में कई लोग मारे गए हैं। हिजबुल्लाह नेता हसन नसरल्लाह भी इजरायली हवाई हमले में मारे गए थे।
अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने कहा कि इजरायल ने ईरान के हमले को प्रभावी ढंग से नाकाम कर दिया है। ब्लिंकन ने कहा कि अमेरिका और उसके सहयोगी इजरायल का साथ देंगे। व्हाइट हाउस ने प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि उसने इजरायली सेना के साथ मिलकर ईरान के हमले का मुकाबला किया। सुरक्षा सलाहकार जेक सुलिवन ने स्पष्ट किया कि अमेरिका आगे की कार्रवाई पर इजरायली सरकार के साथ चर्चा करेगा। इस बीच, विभिन्न देशों ने इस क्षेत्र में हवाई क्षेत्र अस्थायी रूप से बंद कर दिया है। अंतरराष्ट्रीय मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, लेबनान, इराक और जॉर्डन ने अस्थायी रूप से अपना हवाई क्षेत्र बंद कर दिया है।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, इजरायल पर ईरान ने 180 से ज्यादा हाइपरसोनिक मिसाइलें दागी हैं। ऐसी भी खबरें हैं कि ईरान के हमले के बाद, राष्ट्रपति जो बाइडेन ने अमेरिकी सेना को ईरान की मिसाइलों का मुकाबला करने और उन्हें मार गिराने का निर्देश दिया है।
ईरान द्वारा दागी गई बैलिस्टिक मिसाइलों में से एक इज़राइल की खुफिया एजेंसी मोसाद के तेल अवीव मुख्यालय के पास गिरी। अंतरराष्ट्रीय मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, मिसाइल हमले में मोसाद मुख्यालय के पास एक विशाल गड्ढा बन गया है। गड्ढे का वीडियो भी वायरल हुआ है। सीएनएन ने पाया कि यह वीडियो मोसाद मुख्यालय से 3 किलोमीटर से भी कम दूरी पर स्थित हर्जलिया के एक बहुमंजिला अपार्टमेंट बिल्डिंग से फिल्माया गया था।